वैशाली: समाजवादी आंदोलन के उपज, बिहार के पूर्व मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता तुलसीदास मेहता का निधन हो गया. गुरुवार 12 सितंबर को पटना के सरकारी आवास पर शाम चार बजे उन्होंने आखिरी सांस ली. तुलसीदास मेहता 1962 में पहली बार विधायक चुने गए थे. 95 साल के तुलसीदास मेहता कर्पूरी ठाकुर, लालू यादव और राबड़ी देवी की सरकार में मंत्री रह चुके थे. उनके निधन की खबर सुनते ही जिले के लोगों में शोक की लहर दौड़ गई.
जंदाहा से पांच बार बने विधायक
तुलसीदास मेहता का जन्म महुआ प्रखंड के मिर्जा नगर गांव में हुआ था. वे जंदाहा से पांच बार विधायक चुने गए. मंत्री बनने के बाद जिले के जन्दाहा विधानसभा में सड़कें, अस्पताल और कॉलेज के निर्माण में उनकी उपलब्धियां रहीं हैं. सामाजिक आंदोलन में उनकी भूमिका बिहार के अग्रणी नेताओं में की जाती है. उन्होंने समाज के सभी वर्गों को एक साथ जोड़ने और उन्हें साथ लेकर चलने का कार्य किया. उनके निधन की खबर सुनकर वैशाली के राजद कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई. वैशाली के राजद जिला अध्यक्ष पंछिलाल यादव ने उनके निधन पर गहरी संवेदना प्रकट की. उन्होंने कहा कि उनके निधन से बिहार के समाजवादी राजनीति में एक शून्य पैदा हो गया है. राजद के लिए यह एक बड़ी क्षति है. वे एक महान समाजवादी नेता थे.
शुक्रवार को निकाली जाएगी अंतिम यात्रा
बिहार के पूर्व मंत्री तुलसीदास मेहता के निधन की खबर मिलते ही पटना स्थित राजद कार्यालय में झंडा को झुका दिया गया. शुक्रवार को उनकी शव यात्रा निकाली जाएगी, जो बिहार विधानसभा से होते हुए वीरचंद पटेल स्थित राजद पार्टी के कार्यालय में लाया जाएगा. जहां उनके पार्थिव शरीर को लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. जिसके बाद गंगाघाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.