वैशाली: बिहार बाढ़ और अतिवृष्टि (floods and heavy rains Bihar) के कारण वैशाली जिले में किसानों को भारी पैमाने पर नुकसान का सामना करना पड़ा है. इसका अनुमान आप इस बात से लगा सकते हैं कि वैशाली में कुल क्षेत्र 80 हजार हेक्टेयर में खेती होती है जबकि 78 हजार हेक्टेयर में खेती को नुकसान (damage to agriculture in Vaishali) का आवेदन जिला कृषि विभाग को मिला है.
ये भी पढ़ें: सीएम नीतीश पर जमकर बरसे चिराग, कहा- 'युवाओं से डर इसलिए मेरी पार्टी तोड़ी, मेरा घर तोड़ा'
उम्मीद है कि अभी और आवेदन आएगा. बताया गया कि वैसी जमीन जहां किसानों ने खेती नहीं की थी, वहां 6 हजार आठ सौ की राशि अनुदान के रूप में और जहां किसानों ने खेती की थी और फसल बर्बाद हो गया है, वहां 13 हजार 500 अनुदान के रूप में सरकार की ओर से दिया जाएगा. इस विषय पर वैशाली जिला कृषि पदाधिकारी अरविंद कुमार झा ने बताया कि धान को व्यापक नुकसान बाढ़ और अतिवृष्टि के कारण हुआ है.
साथ ही सब्जी, केला वगैरह की खेती को भी काफी नुकसान हुआ है. इसमें किसानों से अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगा गया है. लोग अप्लाई कर रहे हैं. किसान 2 हेक्टेयर के लिए अप्लाई कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि आवेदन देने की अंतिम तिथि 30 नवंबर है. उसके बाद विभाग आवेदनों की जांच करेगा. अगर उनका दावा सही पाया जाता है तो अनुदान की राशि सीधे किसानों के खाते में जाएगी.
उन्होंने बताया कि जिले में 80,000 हेक्टेयर के करीब खेती होती है. इसमें 78,000 हेक्टेयर के नुकसान के लिए अब तक आवेदन आ चुका है. आगे और भी आवेदन आने का अनुमान है. अतिवृष्टि और बाढ़ से वैशाली जिले में फसलों को नुकसान हुआ है. ऐसे में इस अनुदान राशि से निश्चित तौर किसानों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है.
ये भी पढ़ें: पटना वाले खान सर ने जिसके लिए कहा था- 'एक हजार नहीं 5 हजार लीजिए...', वो मुखिया बन गया
नोट: ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप