पटना/हाजीपुर: भारतीय रेल की 16 जोनों में पूर्व मध्य रेलवे सबसे पहले स्थान पर पहुंच गया है. रेलवे अपने यात्रियों के लिए क्या कुछ काम कर रहा है और क्या कुछ काम बाकी है. इसे लेकर ईटीवी भारत ने पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी से खास बातचीत की.
सवाल: सांख्यिकी और अर्थशास्त्र निदेशालय, रेलवे बोर्ड, ईसीआर द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2019 में 1588.74 करोड़ राजस्व के साथ सकल आय के मामले में देश में पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) पहले स्थान पर है.
जवाब: मुझे यह बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि 2019 के अगस्त के महीने में पूर्व मध्य रेलवे ने 1588.74 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है. यह पिछले वर्ष की संगत अवधि की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक है. इस आय के साथ भारतीय रेल की 16 जोनों में पूर्व मध्य रेलवे सबसे पहले स्थान पर पहुंच गया है.
सवाल: रेलवे के विद्युतीकरण के कारण डीजल की खपत काफी हद तक नियंत्रित हो गई है. इससे रेलवे को सालाना 400 करोड़ से अधिक की बचत हो रही है. सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में और किन-किन स्टेशनों पर काम किया गया है या काम चल रहा है?
जवाब: सौर ऊर्जा के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है. दानापुर रेलमंडल कार्यालय और दानापुर रेल अस्पताल में सौर उर्जा का संयंत्र लगाया गया है. अब तक ईसीआर में 0.92 मेगावाट सोलर पावर कैपिसिटी का संयंत्र इनस्टॉल किया जा चुका. इसके साथ ही 219.9 किलो वॉट सोलर पावर के लिए काम चल रहा है. इसमें डीआरएम ऑफिस सोनपुर, ईसीआर हाजीपुर का कार्यालय, पहलेजा घाट स्टेशन, मुरलीगंज, धमारा घाट, रामभद्र पुर, चमुआ लहेरियासराय गोमा इस्लामपुर आदि स्टेशन पर काम चल रहा है.
सवाल: आदर्श स्टेशन योजना के तहत रेलवे स्टेशनों का चयन सुविधाओं के उन्नयन के आधार पर किया गया है. ऐसी योजनाओं के तहत किन-किन स्टेशनों पर काम हुआ है?
जवाब: आदर्श स्टेशन योजना वर्ष 2009-10 में शुरू की गई थी. इसके तहत ईसीआर के 51 रेलवे स्टेशनों के चयन किया गया था. इसमें से सात स्टेशनों को छोड़कर बाकी सभी स्टेशनों पर काम पूरा हो चुका है. जल्द ही बाकी सात स्टेशनों को आदर्श स्टेशन का दर्जा हासिल हो जाएगा.
सवाल: प्रमुख स्टेशनों पर वर्ल्ड क्लास सर्विस टू पैसेंजर सेवा देने की बात कही गई है. यात्री सेवा में सुधार के लिए पिछले पांच वर्षों में क्या उपाय किए गए हैं?
जवाब: यात्रियों की सेवा और उनकी सुविधा के लिए विगत पांच वर्षों में व्यापक सुधार हुआ है. कई प्रमुख स्टेशनों पर लिप्ट और एस्केलेटर की सुविधा प्रदान की गई है. साथ ही कई स्टेशनों पर प्लेटफार्म शेड्स को बढ़ाया गया है. वहीं, दिव्यांग यात्रियों के लिए रेलवे स्टेशन पर आने-जाने, ट्रेन पर चढ़ने उतरने के लिए व्हील चेयर और दिव्यांग फ्रेंडली रास्ता बनाए गए हैं. महिला यात्रियों को ध्यान में रखते हुए 'एयरपोर्ट लाइक लाइटिंग सिस्टम' बनाया गया है. साथ ही सभी यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे से सर्विलांस की जा रही है.
सवाल: राजेंद्र नगर टर्मिनल, पटना जंक्शन, पाटलिपुत्र स्टेशन, मधुबनी स्टेशन, पटना साहेब स्टेशन, दानापुर स्टेशन के अलावा, अन्य स्टेशनों के सौंदर्यीकरण की क्या स्थिती है?
जवाब: बिहार के गौरवशाली इतिहास को दर्शाते हुए पटना जंक्शन, पाटलिपुत्रा, दानापुर स्टेशन, राजेंद्रनगर टर्मिनल और मधुबनी स्टेशन पर सौन्दर्यीकरण का काम किया जा चुका है. इसके साथ बापूधाम मोतिहारी जिसे महात्मा गांधी की कर्मस्थली माना जाता है, वहां महात्मा गांधी के जीवन-दर्शन से संबंधित कई चित्र लगाए गए हैं. वहीं, हाजीपुर जंक्शन समेत दर्जनों स्टेशनों पर यह काम चल रहा है.
सवाल: एक अध्ययन के अनुसार बिहार में रेलगाड़ियों को सबसे खराब देरी का सामना करना पड़ता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह संभव है कि स्टेशनों पर औसत देरी आगामी दो साल में दो घंटे पार कर जाएगी.
जवाब: ईसीआर में रेल परिचालन में जो विलंब होता था वो अब इतिहास की बात रह गई है. पिछले दो तीन वर्षों में ईसीआर ने इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण काम किए गए हैं. बड़े पैमाने पर डबलिंग का काम किया गया है, बाइपास लाइन बनाए गए हैं, रेलवे यार्ड रीमॉडलिंग का काम किया गया है. जिसका नतीजा है कि ट्रेनों के परिचालन के समयपालन में लगातार सुधार आ रहा है. जल्द ही लखीसराय-किउल के बीच यार्ड रीमॉडलिंग का काम होने वाला है. इससे मेन लाइन के ट्रेनों की पंक्चुअलिटी में काफी सुधार आएगा. साथ ही धनबाद से लेकर मुगलसराय रेल खंड में एलएचबी ट्रेनों की स्पीड 110 किमी./घंटा से बढ़ाकर 120 किमी./घंटा कर दिया गया है.