वैशालीः आज महापर्व छठ 2023 का नहा खाय है. चार दिनों का महापर्व की तैयारी तेज हो गई है. बिहार के विभिन्न घाटों पर आपदा से निपटने NDRF और SDRF की तैनाती की की गई है. इसी कड़ी में वैशाली के विभिन्न घाटों पर भी टीम की तैनाती की गई है. वैशाली डीएम यशपाल मीना लगातार जिले के विभिन्न घाटों पर मुआयना कर रहे हैं. हाजीपुर के क्लब घाट स्थित एसडीआरएफ की टीम को भी एक्टिवेट कर दिया गया है.
वैशाली में ये हैं खतरनाक घाटः जिले में हाजीपुर, लालगंज, राघोपुर व महनार आदि क्षेत्रों के आधे दर्जन से ज्यादा घाटों को संवेदनशील घाट की श्रेणी में रखा गया है. हाजीपुर में जो घाट सबसे ज्यादा खतरनाक है, उसमें कौनहारा घाट, श्रीघाट, पुल घाट के साथ रसिया घाट शामिल है. इन घाटों पर एच टाइप बैरिकेडिंग की जा रही है. घाटों की निगरानी के लिए 12 वोटों से एसडीआरएफ की टीम निगरानी करेगी.
12 जगहों पर टीम की तैनात रहेगीः एसडीआरएफ इंचार्ज सुबोध कुमार सिंह ने बताया कि लगभग 12 जगहों पर टीम की तैनात रहेगी. सभी जगह पर बिल्कुल चौकसी के साथ ड्यूटी की जाएगी. खतरनाक घाटों को चिह्नित किया गया. जिला प्रशासन की ओर से घाटों का बैरिकेडिंग की गई है. बैरिकेडिंग के पास हमेशा एसडीआरएफ की टीम तैनात रहेगी. इसके साथ ही बोट के माध्यम से पेट्र्रोलिंग भी किया जाएगा. सभी वोट पर 10-10 लाइफ जैकेट और दो-दो लाइफ को रखने का निर्देश दिया गया है.
"एसडीआरएफ टीम को ड्यूटी दिया गया है. 12 जगह पर टीम की तैनात रहेगी. जहां-जहां घाट खतरनाक है, वहां टीम मौजूद रहेगी. घाटों के लिए बैरिकेडिंग की गई है. बोट से पेट्रोलिंग भी होगी. इसके लिए 12 बोट तैयार किए गए हैं. 36 एसडीआरएफ के जवान को लगाया गया है. वोट पर 10-10 लाइफ जैकेट और दो-दो लाइफ बाय रहेगा." - सुबोध कुमार सिंह, इंस्पेक्टर, SDRF हाजीपुर
कल चढे़गा खरना का प्रसादः चार दिवसीय महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. शुक्रवार को नहाय खाय है. इस दिन व्रती कद्दू भात का प्रसाद बनाती हैं. इसके अगले दिन शनिवार को खरना का प्रसाद चढ़ाया जाएगा. रविवार की शाम पहला अर्घ्य दिया जाएगा और सोमवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ महापर्व संपन्न होगा.
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