वैशाली: पैरालंपिक में गोल्ड मेडल विजेता (Paralympic medal winner Pramod Bhagat) प्रमोद भगत को पद्मश्री अवार्ड मिलने से गांव में खुशी (Celebration in Hajipur after Pramod Bhagat received Padma Shri) का माहौल है. प्रमोद के माता-पिता गांव में मिठाइयां बाट रहे हैं. बिहार के रहने वाले प्रमोद भगत को उड़ीसा कोटा से यह अवार्ड मिला है. जिसको लेकर घर में खुशी का माहौल है. साथ ही साथ थोड़ा मलाल भी है, घरवालों उम्मीद करते हैं कि बिहार के रहने वाले प्रमोद भगत को अपने राज्य की तरफ से सम्मानित किया जाना चाहिए.
प्रमोद भगत अभी सात समंदर पार स्पेन के दौरे पर हैं. वहां से उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए कहा, ''आप सभी को रिपब्लिक डे 2022 की हार्दिक शुभकामनाएं. आप सभी का सहयोग था कि हमको पद्मश्री अवार्ड से नवाजा जा रहा है. आपसे अनुरोध है कि आप सभी हमको इसी तरीके से प्यार करते रहें, सपोर्ट करते रहें. ताकि मैं देश के लिए और भी बहुत सारे गौरव और देश का झंडा पूरे विश्व में लहरा सकें. इसके लिए आपका सपोर्ट और आपकी ब्लेसिंग चाहिए. बहुत-बहुत धन्यवाद.''
हाजीपुर के सुभई (Pramod Bhagat of Subhai Hajipur) के मूल निवासी अर्जुन अवार्डी प्रमोद भगत को पद्मश्री खिताब से नवाजा गया. अर्जुन अवार्ड से सम्मानित प्रमोद भगत ने अपने धमाकेदार खेल से सबको चकित करते हुए 4 सितंबर 2021 को टोक्यो पैरालंपिक में देश के लिए गोल्ड जीतकर देश के साथ ही वैशाली जिले का नाम भी रौशन किया था.
मेडल विजेता प्रमोद भगत को पद्मश्री अवार्ड मिलने से गांव में खुशी का माहौल है. प्रमोद भगत के घर के लोग जलेबिया बांटकर इस खुशी को गांव में लोगों से साझा कर रहे हैं. घरवालों को उम्मीद थी कि, बिहार के रहने वाले प्रमोद भगत को अवार्ड बिहार कोटे से भी मिलना चाहिए था. इस विषय में प्रमोद भगत की मां मालती देवी का कहना है कि, 50 से ज्यादा अवार्ड प्रमोद भगत जीत चुके हैं. पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद अवार्ड की बारिश हुई है. लेकिन बिहार सरकार इस मामले में उदासीन है. हमें उम्मीद है कि बिहार सरकार भी प्रमोद को सम्मानित करेगी.
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वहीं, इस विषय में प्रमोद भगत के पिता रामा भगत का कहना है कि, पद्मश्री अवार्ड मिलने से काफी खुशी का माहौल है. गांव समाज के लोग भी काफी खुश हैं. सभी अवार्ड उड़ीसा सरकार की ओर से दिये जा रहे हैं. बिहार सरकार की ओर से भी कुछ किया जाता है तो, हमें बेहद खुशी होगी.
बता दें कि, पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीत कर प्रमोद भगत ने काफी सुर्खियां बटोरी और बिहार का नाम भी रोशन किया है. बावजूद इसके सारा श्रेय उड़ीसा सरकार को जाता है. यही कारण है कि खेल रत्न, पद्मश्री सहित तमाम अवार्ड मिलने के बाद भी कहीं न कहीं प्रमोद भगत के घरवाले दुखी हैं. आज भी उनको बिहार सरकार से मिलने वाले सम्मान का इंतजार है. उनका कहना है कि बाहर में भले ही उन्हें सम्मानित किया जा रहा है, लेकिन उनके लिए उनके घर में सम्मान मिलना बेहद जरूरी है.
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