ETV Bharat / state

वैशाली: रेलवे की लापरवाही, सोनपुर जंक्शन पर टूटे मिले पेंड्रॉल

सोनपुर जंक्शन से सीमांचल एक्सप्रेस हादसे वाला बुजुर्ग जंक्शन महज 33 किलोमीटर की दूरी पर है. घटनास्थल पर सोनपुर सीआरएस ने निरिक्षण के दौरान पेंड्रोल खुलने की बात भी कही थी.

author img

By

Published : Feb 8, 2019, 2:31 AM IST

सोनपुर जंक्शन

वैशाली: अभी चार दिन भी नहीं हुए सहदेई बुजुर्ग जंक्शन पर सीमांचल एक्सप्रेस को हादसे का शिकार हुए और सोनपुर जंक्शन पर रेलवे प्रशासन की लापरवाही सामने आ गई. ईटीवी भारत ने सोनपुर जंक्शन के रेलवे ट्रैक की पड़ताल की. इसमें रेलवे ट्रैक पर कई उर्जे पूर्जे गायब मिले. पटरी पर लगने वाले पेंड्रॉल टूटे हुए मिले. इससे कभी भी कोई रेल दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है. पेंड्रॉल क्लिप पेंड्रॉल पटरी को स्लीपर से बांधने में काम आता है.

रेलवे ट्रैक और स्लीपर को पेन्ड्रॉल नीचे की तरफ दबाव बनाकर उसे कंट्रोल करता है. अगर यही आसानी से निकाला जा सके तो रेल हादसे का शिकार हो सकती है. पड़ताल में रेलवे ट्रैक के आधा दर्जन पेन्ड्रॉल खुले पाए गए. सोनपुर जंक्शन से सीमांचल एक्सप्रेस हादसे वाला बुजुर्ग जंक्शन महज 33 किलोमीटर की दूरी पर है. घटनास्थल पर सोनपुर सीआरएस ने निरिक्षण के दौरान पेंड्रोल खुलने की बात भी कही थी.

undefined
टूटे मिले पेंड्रॉल
undefined

बार-बार होते रेल हादसों के बाद भी रेल प्रशासन सबक लेने को तैयार नहीं है. हादसे होते हैं उनकी जांच भी की जाती है लापरवाही तो सामने आती हैं लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं.

वैशाली: अभी चार दिन भी नहीं हुए सहदेई बुजुर्ग जंक्शन पर सीमांचल एक्सप्रेस को हादसे का शिकार हुए और सोनपुर जंक्शन पर रेलवे प्रशासन की लापरवाही सामने आ गई. ईटीवी भारत ने सोनपुर जंक्शन के रेलवे ट्रैक की पड़ताल की. इसमें रेलवे ट्रैक पर कई उर्जे पूर्जे गायब मिले. पटरी पर लगने वाले पेंड्रॉल टूटे हुए मिले. इससे कभी भी कोई रेल दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है. पेंड्रॉल क्लिप पेंड्रॉल पटरी को स्लीपर से बांधने में काम आता है.

रेलवे ट्रैक और स्लीपर को पेन्ड्रॉल नीचे की तरफ दबाव बनाकर उसे कंट्रोल करता है. अगर यही आसानी से निकाला जा सके तो रेल हादसे का शिकार हो सकती है. पड़ताल में रेलवे ट्रैक के आधा दर्जन पेन्ड्रॉल खुले पाए गए. सोनपुर जंक्शन से सीमांचल एक्सप्रेस हादसे वाला बुजुर्ग जंक्शन महज 33 किलोमीटर की दूरी पर है. घटनास्थल पर सोनपुर सीआरएस ने निरिक्षण के दौरान पेंड्रोल खुलने की बात भी कही थी.

undefined
टूटे मिले पेंड्रॉल
undefined

बार-बार होते रेल हादसों के बाद भी रेल प्रशासन सबक लेने को तैयार नहीं है. हादसे होते हैं उनकी जांच भी की जाती है लापरवाही तो सामने आती हैं लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं.

Intro:लोकेशन: वैशाली
रिपोर्टर: राजीव कुमार श्रीवास्तवा

: ETV भारत द्वारा सोनपुर जंक्शन के रेलवे ट्रैक का पड़ताल करने पर रेलवे विभाग का एक और लापरवाही उजागर हुई हैं । बता दे कि हमारे पड़ताल पर आधा दर्जन पेन्ड्रॉल लुंज पुंज देखें गए तो कुछ जगह यह गायब भी पाएं गए । जैसा कि आप जानते हैं कि रेलवे ट्रैक और स्लीपर को पेन्ड्रॉल नीचे की तरफ दबाब बनाने से उसे कंट्रोल करने की महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता हैं ।इसके आसानी से निकलने का मतलब इसकी देखभाल में घोर कमी हैं ।विदित हो कि पिछले रविवार को जिले के सहदेई बुजुर्ग जंक्शन पर सुबह तड़के 4 बजे जोगबनी से आनंद बिहार तक जाने वाली सीमांचल एक्सप्रेस हादसे की शिकार हुई थी जिसमें आधा दर्जन यात्री की मृत्यु हो गईं थी जबकि दर्जनों यात्री बुरी तरह से घायल हुए थे ।इसकी जॉच भी दो दिनों से सीआरएस सोनपुर में कर रहें हैं ।


Body:अभी चार दिन भी नही हुए जिले के सहदेई बुजुर्ग जंक्शन पर सीमांचल एक्सप्रेस हादशे की शिकार हुई थी, इसमें आधे दर्जन निर्दोष यात्री की असमय मौत हो गई थी दर्जनों घायल भी हुए थे ।इसकी जाँच पूर्वी सर्किल कोलकाता के सीएआरएस मोहम्मद लतीफ खान सोनपुर में दो दिनों से लगातार कर दोषियों पर कार्यवाही करेंगे ।पर उस घटना से अभी तक रेलवे विभाग कुछ सीखी नही, अगर सीखी होती तो सोनपुर जंक्शन के रेलवे ट्रैक को दुरुस्त जरूर करती ।हमने इसका पड़ताल किया तो पाया कि रेलवे ट्रैक के आधा दर्जन पेन्ड्रॉल खुला पाया था, तो कुछ आसानी से हमारे हाथ में आ गये तो कुछ खुलने के कगार पर पाए गए । हैरानी की बात यह हैं कि यहां से 33 किलोमीटर दूर ट्रेन हादसे वाली घटना स्थल पर सीआरएस निरीक्षण करने पर पेन्ड्रॉल खुलने की भी बात बताया था ।आखिर रेलवे इस घटना के बाद इसमें कार्यरत कर्मचारियों को क्यों नही इसकी सुधि लेने को कहता । इस संदर्भ में रेलवे के सीपीआरओ राजेश कुमार से पूछने पर उन्होंने इसके लिये संतोषजनक उतर नही दे सकें ।कहा कि कल संवंधित अधिकारी से पूछकर बताएंगे ।वजह जो भी हो पर यह संकेत करता हैं कि रेलवे के कर्मचारी अपनी ड्यूटी ठीक से नही करते ।इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा ।इस संबंध में सोनपुर के डीआरएम अतुल्य सिन्हा से मिलने की इच्छा जताने पर उन्होंने मीडिया वालों को विभाग के स्पोक्स पर्सन यानी सीपीआरओ से पूछने की बात कह अपना कोरम मानों पूरा कर लिया हो ।


Conclusion:बहरहाल, हमने रेलवे विभाग के सीपीआरओ राजेश कुमार को इसका विजुसल्स भी दिखाया हैं ।

ओपन PTC: संवाददाता राजीव
close:PTC:संवाददाता राजीव
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.