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वैशाली में बनेगा 139 फीट का भव्य स्तूप, 72 एकड़ जमीन पर बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय

बुद्ध की पावन धरती वैशाली में 139 फीट के भव्य स्तूप का निर्माण किया जा रहा है. वही, 72 एकड़ की जमीन पर बुद्ध सम्यक संग्रहालय का निर्माण होगा. इसकी लागत 315 करोड़ रुपये है.

सीएम नीतीश कुमार
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Published : Feb 19, 2019, 10:46 PM IST

वैशाली: सीएम नीतीश कुमार ने वैशाली प्रखंड में पुष्पकरणी सरोवर के निकट बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय और स्मृति स्तूप का कार्यारंभ और शिलान्यास किया. संग्रहालय की लागत 315 करोड़ रुपये है, जो 72 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा. सीएम ने शिलान्यास रिमोट का बटन दबाकर और कार्यारंभ विधिवत पूजा कर, ईंट रख नारियल फोड़ कर किया.

वैशाली में 139 फीट ऊंचा भव्य स्तूप का निर्माण होगा. इसका व्यास 141 फिट होगा. पत्थर से बनने वाले स्तूप एवं बुद्ध सम्यक केंद्र को बनाने में 315 करोड़ रुपए की लागत आएगी. इसका शिलान्यास सीएम नीतीश कुमार ने किया है. प्रस्तावित बुद्ध सम्यक दर्शन ,स्तूप का निर्माण तीस माह के अंदर पूरा किया जाएगा. इसके अंदर म्यूजियम , विजिटर सेट, एमपी थिएटर, गेस्ट हाउस, ओरिएंटल गैलरी, पार्क होगा.

कार्यारंभ करते सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी

जबरदस्त मॉडल
मंच के पास लगें बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय वैशाली का नवनिर्मित होने वाले भवन के मॉडल का सीएम नीतीश ने निरीक्षण किया. इस दौरान भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने सीएम संग्रहालय एवं स्तूप के विषय मे विस्तार से जानकारी दी. मुख्यमंत्री समारोह में आयोजित अपने संबोधन में कहा कि वैशाली के इस ऐतिहासिक धरती को मैं नमन करता हूं.

माघ पूर्णिमा के शुभ अवसर पर
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आज माघ पूर्णिमा के अवसर पर आप सभी को शुभकामना भी देता हूं. उन्होंने आगें कहा बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं स्मृति स्तूप के शिल्यान्यास एवं कार्यारम्भ के लिए विभाग के अधिकारियों को बधाई देता हूं. उन्होंने कहा कि वैशाली एक ऐतिहासिक भूमि केंद्र रहा हैं जिसने दुनिया को पहला गणतंत्र देने का कार्य किया. इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी शामिल रहे.

वैशाली: सीएम नीतीश कुमार ने वैशाली प्रखंड में पुष्पकरणी सरोवर के निकट बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय और स्मृति स्तूप का कार्यारंभ और शिलान्यास किया. संग्रहालय की लागत 315 करोड़ रुपये है, जो 72 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा. सीएम ने शिलान्यास रिमोट का बटन दबाकर और कार्यारंभ विधिवत पूजा कर, ईंट रख नारियल फोड़ कर किया.

वैशाली में 139 फीट ऊंचा भव्य स्तूप का निर्माण होगा. इसका व्यास 141 फिट होगा. पत्थर से बनने वाले स्तूप एवं बुद्ध सम्यक केंद्र को बनाने में 315 करोड़ रुपए की लागत आएगी. इसका शिलान्यास सीएम नीतीश कुमार ने किया है. प्रस्तावित बुद्ध सम्यक दर्शन ,स्तूप का निर्माण तीस माह के अंदर पूरा किया जाएगा. इसके अंदर म्यूजियम , विजिटर सेट, एमपी थिएटर, गेस्ट हाउस, ओरिएंटल गैलरी, पार्क होगा.

कार्यारंभ करते सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी

जबरदस्त मॉडल
मंच के पास लगें बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय वैशाली का नवनिर्मित होने वाले भवन के मॉडल का सीएम नीतीश ने निरीक्षण किया. इस दौरान भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने सीएम संग्रहालय एवं स्तूप के विषय मे विस्तार से जानकारी दी. मुख्यमंत्री समारोह में आयोजित अपने संबोधन में कहा कि वैशाली के इस ऐतिहासिक धरती को मैं नमन करता हूं.

माघ पूर्णिमा के शुभ अवसर पर
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आज माघ पूर्णिमा के अवसर पर आप सभी को शुभकामना भी देता हूं. उन्होंने आगें कहा बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं स्मृति स्तूप के शिल्यान्यास एवं कार्यारम्भ के लिए विभाग के अधिकारियों को बधाई देता हूं. उन्होंने कहा कि वैशाली एक ऐतिहासिक भूमि केंद्र रहा हैं जिसने दुनिया को पहला गणतंत्र देने का कार्य किया. इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी शामिल रहे.

Intro:लोकेशन : वैशाली
रिपोर्टर: राजीव कुमार श्रीवास्तवा

जिले के वैशाली प्रखंड में स्थित पुष्करणी सरोवर के निकट राज्य के मुख्यमंन्त्री नीतीश कुमार ने 315 करोड़ रुपये की लागत से 72 एकड़ में निर्मित होने वाली बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं स्मृति स्तूप का कार्यारम्भ एवं शिल्यान्यास रिमोट दबाकर , इट रखकर और नारियल फोड़कर किया ।


Body:जनसभा के पास बनें हेलीपैड पर स्थानीय नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंन्त्री नीतीश कुमार को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका जोरदार स्वागत किया ।जनसभा को लेकर बनें मंच पर भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने स्मृति चिन्ह एवं पुस्तक भेंट कर मुख्यमंन्त्री का अभिनंदन किया । मंच के पास लगें बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय वैशाली का नवनिर्मित होने वाले भवन के मॉडल का मुख्यमंन्त्री निरीक्षण किया । भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने मॉडल मुयायना के क्रम में मुख्यमंन्त्री को नवनिर्मित होने वाले संग्रहालय एवं स्तूप के विषय मे विस्तार से जानकारी दी ।कार्यारम्भ एवं शिल्यान्यास समारोह में बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं स्मृति स्तूप पर आधारित एनिमेशन फ़िल्म मुख्यमंन्त्री के समक्ष प्रदर्शित की गयी । यह परियोजना ढाई वर्ष में पूरा होंगी । इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री समारोह में आयोजित अपने संबोधन में कहा कि वैशाली के इस ऐतिहासिक धरती को मैं नमन करता हू । आज माघ पूर्णिमा के अवसर पर आप सभी को शुभकामना भी देता हूं । उन्होंने आगें कहा कि भवन निर्माण एवं कला संस्कृति युवा विभाग द्वारा बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं स्मृति स्तूप के शिल्यान्यास एवं कार्यारम्भ का कार्यक्रम यहा आयोजित किया गया हैं इसके लिये हम दोनों को विभाग के अधिकारियों को बधाई देता हूँ ।उन्होंने इस समारोह में शामिल होकर बेहद प्रसन्नता दिखाई ।उन्होंने कहा कि वैशाली एक ऐतिहासिक भूमि केंद्र रहा हैं जिसने दुनिया को पहला गणतंत्र देने का कार्य किया ।उन्होंने कहा कि इस भूमि पर भगवान बुद्ध और भगवान महावीर का सम्बंध रहा हैं ।उन्होंने भगवान बुद्ध के जीवन काल पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यहा बौद्ध धर्मावलंबियों का जो यहाँ संघ बना था उसमें महिलाओं को भी जोड़ने का कार्य किया गया था इसलिये नारी साशक्तिकरण की भी भूमि रही हैं ।उन्होंने आगें कहा कि बिहार में जबसे वे मुख्यमंन्त्री बनने का सौभाग्य प्राप्त किइस तो हमलोगों ने न्याय और विकास का कार्य समुचित क्षेत्र में किया । उन्होंने आगें कहा कि इसके अलावे प्रदेश के गौरव को ध्यान में रखते हुए अनेको कार्य किये गए ।भगवान बुद्ध के 2550 वे महापरिनिर्वाण पर वर्ष 2007 में पटना रेलवे स्टेशन के ठीक सामने बुद्ध स्मृति पार्क बनाने का निर्णय लिया गया और करीब 22 एकड़ में बुद्ध स्मृति पार्क का निर्माण हुआ जिसका परम् पवन दलाई लामा ने लोकार्पण किया ।


Conclusion:बुद्ध स्मृति में पार्क में करुणा स्तूप के साथ ही बुद्ध संबंधित संग्रहालय का निर्माण कर भगवान बुद्ध की मूर्ति लगाई गयी ।मूर्ति के पास बोधि वृक्ष लगायी गई । और योग केंद्र भी लगाया गया ।अब यहा और विस्तार भी करने जा रहें हैं इसके लिये एक संस्था भी बनाने की बात कही । उन्होंने बताया कि वैशाली के मण्डस्तुप से जो अस्थि अवशेष मिले हैं इसका प्रमाणिकता ज्यादा होने की भी बात कही । बतादें कि भगवान बुद्ध का अस्थि अवशेष छः जगहों से प्राप्त हुआ था । उन्होंने बताया कि चीनी यात्री ह्वेनसांग के किताब से मिली जानकारी के अनुसार भगवान बुद्ध का अंतिम संस्कार वैशाली में ही हुआ था ।और उनके अस्थि अवशेष को कुल आठ हिस्सों में बांटा गया था । वर्ष 1958-60 में हुई मण्डूस्तुप कि खुदाई में बुद्ध का अवशेष मिला जिसे पटना स्थित म्यूजियम में सुरक्षित रखा गया हैं ।
सीएम ने वैशाली के इस स्थल पर पूर्व में वर्ष 2009 के दिसंबर माह में प्रवास यात्रा शुरू की थी और इसी क्रम में उन्होंने वर्ष 2010 में यहा आकर 4 दिन ठहरे हुए थे । इसी दौरान उन्हें जगहों को समझने बुझने का मौका मिलने की बात कही । तत्पश्चात उन्होंने यहा 72 एकड़ जमीन अधिग्रहण किया गया बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय के साथ स्मृति स्तूप पत्थर का बनेगा ।उन्होंने इसके अलावे इसे विकसित करने के लिये कई महत्वपूर्ण बातें भी शेयर किया ।उन्होंने अपने शासन काल मे प्रदेश भर में बिजली पहुचाने का अपनी वायदा निभाया साथ ही राजद सुप्रीमों लालू यादव पर बातों ही बातों में चुटकी लिया कहा कि पहले बिजली नही होने से माँ अपने बेटा से कहती बाहर नही जाओ भूत आयेगा पर अब सभी जगहों पर रोशनी पहुँच गई और लालटेन और ढेबरी का अंत हो गया ।इस दौरान डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने भी संबोधन किया
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