वैशालीः बिहार में पर्यटन को बढ़ावा (Tourism In Bihar) देने के लिए सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. लेकिन जब पर्यटक घूमने आते हैं, तो उन्हें ना तो सुरक्षा मिल पाती है और ना ही कोई सुविधा. बिहार के वैशाली से ऐसा ही एक मामला सामना आया है, जहां घूमने आए एक परिवार पर स्थानीय मल्लाहों का कहर टूटा पड़ा. मौके पर मौजूद दर्जनों की संख्या में असामाजिक तत्वों ने परिवार की एक महिला समेत तीन लोगों को लाठी डंडे से पीट-पीटकर घायल कर दिया और उनके साथ लूटपाट भी की.
ये भी पढ़ेंः मंत्री नारायण प्रसाद का दावा- 'पर्यटन स्थल को विकसित करने की योजना तैयार, विभाग ने शुरू किया मुआयना'
पैसे को लेकर नाविकों के बीच झगड़ाः पूरी घटना वैशाली थाना क्षेत्र (Vaishali police station) के अभिषेक पुष्करणी झील की है. बताया जा रहा है कि मुजफ्फरपुर के कांटी और चंडीगढ़ से दो बहनों का परिवार कोल्हुआ गांव स्थित अपने मायके पहुंचा था. परिवार के सभी लोग बच्चों के साथ वैशाली घूमने आए थे. इसी दौरान ये लोग बोटिंग करने के लिए अभिषेक पुष्करणी पहुंचे. जहां भाड़े को लेकर दो नाविकों के बीच झगड़ा होने लगा. विवाद होता देख पर्यटकों ने बोटिंग करने से इंकार कर दिया. इस पर बोटिंग कराने वालों ने उनके साथ गाली गलौज शुरू कर दिया. जब लोगों ने इसका विरोध किया तो नाविकों ने लाठी डंडे से उनपर हमला कर दिया. नाविकों ने निर्मम तरीके से पूरे परिवार की पिटाई की. जिसमें एक महिला समेत चार लोग घायल हो गए.
'हम लोग घूमने के लिए यहां आए थे. ये लोग पहले तो हमारे पीछे पड़े हुए थे कि हमारे नाव में घूमने चलो. जब घूमने के लिए तैयार हुए तो कोई 50 बोल रहा है कोई 100 बोल रहा है. जब बात 100 रुपये में फाइनल हो गया तो दूसरे से 200 में बात कर लिया. हमलोगों ने कि हम को घुमाओ तो बोला कि पहले 200 वाले घूमेगा दिया पैसा वापस मांगे तो मारपीट करने लगे. इस दौरान हमसे दो सोने की चेन और एक मोबाइल भी लूट लिया. 15 से 20 आदमी थे'- संजीत कुमार, परिजन
ये भी पढ़ें- इको टूरिज्म से पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा, स्थानीय जैव विविधता का भी होगा संरक्षण
बोटिंग करने की है सख्त मनाहीः घटना के बाद आनन फानन में घायलों को वैशाली पीएचसी में भर्ती कराया गया. जहां से सभी को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. हैरत की बात तो यह है कि जिस झील में बोटिंग कराने के नाम पर गुंडागर्दी की गई, उसमें मछली मारने से लेकर बोटिंग करने की सख्त मनाही है. लेकिन स्थानीय पुलिस प्रशासन की उदासीनता के कारण धड़ल्ले से इस झील में ना सिर्फ बोटिंग कराया जा रहा है बल्कि स्थानिए मल्लाहों द्वारा दबंगई भी की जाती है और पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP