वैशाली: छेड़खानी का विरोध करने पर युवती को जिंदा जलाने के मामले में मुख्य आरोपी सतीश यादव ने महनार एसडीपीओ कार्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया है. 30 अक्टूबर को जिले के एक गांव में मनचलों ने छेड़खानी का विरोध करने पर एक युवती को तेल छिड़ककर जिंदा जला दिया था. पीएमसीएच में इलाज के दौरान 15 दिन बाद उसकी मौत हो गई थी. मौत के बाद मामला तूल पकड़ा तो पुलिस हरकत में आई. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की गई.
युवती को जलाया था जिंदा
दरअसल, गांव के कुछ दबंगों ने 20 वर्षीय युवती के साथ छेड़खानी की थी. उसके बाद उसके परिजन आरोपी के घर वालों से इसकी शिकायत की थी. फिर आरोपी ने अपने दो साथियों के साथ युवती को उसके घर के पास पकड़ लिया और उसके शरीर पर तेल छिड़ककर उसे जिंदा जला दिया. परिजनों ने आनन-फानन में उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया था.
एक की गिरफ्तारी, दूसरे ने किया आत्मसमर्पण, तीसरा अब भी फरार
पीएमसीएच में युवती का इलाज चल रहा था. घटना के 15 दिन बाद उसने दम तोड़ दिया. परिजनों ने उसके शव के साथ वैशाली में सड़क पर उतरकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की, तब जाकर मामला प्रकाश में आया. मीडिया में खबर आने के बाद पुलिस हरकत में आई और आनन-फानन में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. दो आरोपी फरार चल रहे थे. जिसमें मुख्य आरोपी के आत्मसमर्पण करने के बाद अब भी एक आरोपी फरार है.