वैशालीः सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला में इन दिनों घोड़ा बाजार की खूब चर्चा हो रही है. इस पशु मेले में मथुरा से आई एक घोड़ी को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. घोड़ी की कीमत जान कर लोग हैरान हैं. इस घोड़ी की कीमत 11 लाख रुपये है. रेशमा की ओर लोगों का आकर्षण बढ़ता ही जा रहा है.
घोड़ा बाजार में सबसे मंहगी है रेशमा
पशु मेले के घोड़ा बाजार में मथुरा से आई रेशमा नामक घोड़ी की कीमत 11 लाख रखी गई है. वहीं, करिश्मा की कीमत 5 लाख से ज्यादा है. मालिक असलम की मानें तो रेशमा नामक घोड़ी की कीमत पूरे घोड़ा बाजार में आये हुए सभी घोड़े की कीमत से ज्यादा है.
पंजाब नस्ल के घोड़े काफी महंगे
घोड़े के मालिक ने बताया कि हमारा सभी घोड़ा पंजाब नस्ल का होने के कारण ज्यादा कीमत का है. उसने ये भी बताया कि उसकी 11 लाख कीमत की घोड़ी लगभग दो वर्ष की है. जिसको उसने दस महीने पहले दो लाख में खरीदा था. अब वह इसे 11 लाख में बेचेगा.
कई सालों से घोड़ा बेचने आ रहे सोनपुर
असलम ने कहा कि वह लोग मेला के उद्घाटन के दिन से ही यहां आये हुए है. वह कुल 20 घोड़ा लेकर आया था, जिसमें से सिर्फ 6, 7 घोड़े बचे हुए हैं. उसे भरोसा है कि जल्द ही उसके बचे सभी घोड़े के खरीददार मिल जाएंगे. ये पिछले कई सालों से घोड़े की खरीदारी बिक्री का काम करते आ रहे हैं.
26 हजार से लेकर 11 लाख तक के घोड़े
सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध मेला में घोड़ों की बिक्री खूब हो रही है. सोनपुर के पशु मेले में इस बार 2 हजार 850 घोड़े आए हुए हैं. इसमें से अभी तक 274 घोड़े की खरीद- बिक्री हो चुकी है. शुक्रवार को यहां से 78 घोड़े की बिक्री हुई. इस दिन घोड़े की अधिकतम कीमत एक लाख 60 हजार रही. इस बाजार में घोड़ा 26 हजार से लेकर 11 लाख तक के हैं.
तीन लाख की घोड़ी भी बाजार में मौजूद
यहां सुबह-सुबह ही बाजार सजने लगता है. भोजपूर जिले से मेला में घोड़े बेचने के लिये आये रोहित ने बताया कि उसने घोड़ा रखने से लेकर खरीद- बिक्री का काम वह काफी समय से करते आ रहे हैं. उसके दादा जी भी यही काम करते थे. उसने बताया कि इस बार वह दो घोड़ी लाए हैं. जिसकी कीमत साढ़े तीन लाख से ढाई लाख रखी गई है.
नहीं दिखते अब मेले में कई जानवर
जहानाबाद से आए ग्राहक विनोद ने बताया कि उन्होंने 61 हजार का एक घोड़ा खरीदा है. उनका कहना है कि घोड़ा रखना शान शौकत की बात हैं. लोग कार को भले ही ना देखें लेकिन घोड़े को एक बार जरूर देखते हैं. यहां ज्यादातर घोड़े के मालिक और खरीददार का कहना है कि घोड़ा बाजार में लाइट, पानी और सुरक्षा का अच्छा इंतजाम है. वहीं, मेला देखने आए कुछ लोग इस बात से दुखी थे कि मेले में कई जानवरों के आने पर सरकार ने रोक लगा दी है, जिसका लुत्फ वह नहीं उठा पाते हैं.