बेतिया: रोटरी क्लब की ओर से नरकटियागंज नगर के आशीष डायग्नोस्टिक एवं सर्जिकल में ऑक्सीजन बैंक की स्थापना की स्थापना की गई. इस बैंक का उदघाटन थानाध्यक्ष केके गुप्ता ने फीता काटकर किया. कोरोना जैसी महामारी में ऑक्सीजन की कमी के कारण अनेक रोगियों ने अपनी जान गवाई हैं. इस बैंक में निर्धनों के लिए फ्री व्यवस्था की गई है.
इस महामारी में ऑक्सीजन उपलब्ध कराना सराहनीय काम है. ऐसे में लोगों मे हर्ष है. कोविड-19 के बढ़ते मामले को देखते हुए रोटरी क्लब और रोट्रेक्ट क्लब नरकटियागंज ने संयुक्त रूप से 10 पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलिंडर का एक बैंक की स्थापना की. जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों के गरीब और असहाय मरीजों को मुफ्त ऑक्सीजन में उपलब्ध कराया जाएगा.
कोषाध्यक्ष ने दी जानकारी
इस दौरान कोषाध्यक्ष प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि अस्पताल में रोगों के उपचार में काफी मात्रा में ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है. इंटेंसिव केयर यूनिट(आईसीयू) और ऑपरेशन थियेटर में उपचार के दौरान रोगी को सांस लेते समय 90 प्रतिशत तक ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है. उन्होंने कहा कि इसी तरह फेफड़े से संबंधित बीमारियों के उपचार के समय 27-35 प्रतिशत ऑक्सीजन युक्त श्वसन वायु की आवश्यकता होती है. इस परिस्थिति में आक्सीजन की आपूर्ति की जा सकती है.
अब ऑक्सीजन की कमी से नहीं होगी मरीजों की मौत, ऑक्सीजन बैंक का हुआ उद्घाटन
बेतिया के नरकटियागंज में रोटरी क्लब की ओर से आशीष डायग्नोस्टिक एवं सर्जिकल में ऑक्सीजन बैंक की स्थापना की गई है. इससे कोरोना के मरीजों को काफी सहायता मिलेगी.
बेतिया: रोटरी क्लब की ओर से नरकटियागंज नगर के आशीष डायग्नोस्टिक एवं सर्जिकल में ऑक्सीजन बैंक की स्थापना की स्थापना की गई. इस बैंक का उदघाटन थानाध्यक्ष केके गुप्ता ने फीता काटकर किया. कोरोना जैसी महामारी में ऑक्सीजन की कमी के कारण अनेक रोगियों ने अपनी जान गवाई हैं. इस बैंक में निर्धनों के लिए फ्री व्यवस्था की गई है.
इस महामारी में ऑक्सीजन उपलब्ध कराना सराहनीय काम है. ऐसे में लोगों मे हर्ष है. कोविड-19 के बढ़ते मामले को देखते हुए रोटरी क्लब और रोट्रेक्ट क्लब नरकटियागंज ने संयुक्त रूप से 10 पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलिंडर का एक बैंक की स्थापना की. जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों के गरीब और असहाय मरीजों को मुफ्त ऑक्सीजन में उपलब्ध कराया जाएगा.
कोषाध्यक्ष ने दी जानकारी
इस दौरान कोषाध्यक्ष प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि अस्पताल में रोगों के उपचार में काफी मात्रा में ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है. इंटेंसिव केयर यूनिट(आईसीयू) और ऑपरेशन थियेटर में उपचार के दौरान रोगी को सांस लेते समय 90 प्रतिशत तक ऑक्सीजन की आवश्यकता पड़ती है. उन्होंने कहा कि इसी तरह फेफड़े से संबंधित बीमारियों के उपचार के समय 27-35 प्रतिशत ऑक्सीजन युक्त श्वसन वायु की आवश्यकता होती है. इस परिस्थिति में आक्सीजन की आपूर्ति की जा सकती है.