समस्तीपुर: जिले में स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल उस वक्त खुल गई जब एक एंबुलेंस को ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए 24 घंटे से भी अधिक इंतजार करना पड़ा. दरअसल, 102 से उपलब्ध कराई जाने वाली एंबुलेंस में ऑक्सीजन की भी सुविधा है. इससे गंभीर मरीजों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाया जाता है.
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एजेंसी संचालकों ने गैस देने से किया था मना
इस एंबुलेंस में ऑक्सीजन खत्म हो गया था. चालक ने सदर अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग की. लेकिन घंटों इंतजार के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई. फिर चालक अभिनंदन कुमार जिले के भंडारी गैस एजेंसी पहुंचे. एजेंसी संचालकों ने गैस देने से मना कर दिया. उसके बाद मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कर्पूरी वरण स्थित चंदूका गैस फैक्ट्री पहुंचा लेकिन वहां भी निराशा हाथ लगी.
किसी तरह इसकी सूचना सीएमओ, हेल्थ मैनेजर और सिविल सर्जन को दी गई. जिसके बाद सिविल सर्जन के निर्देश पर एंबुलेंस कर्मी को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया गया. सिविल सर्जन सत्येंद्र प्रसाद गुप्ता ने बताया कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन की व्यवस्था इसका संचालन करने वाली कंपनी की जिम्मेदारी है. इस तरह की समस्या उत्पन्न हो रही है. इस संबंध में डीएम से बात कर जल्द से जल्द निदान निकाला जाएगा.