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VIDEO : सुपौल में ट्रेन का भोंपू बजा तो स्टेशन पर लगा लोगों का मजमा

बुधवार को गढ़बरुआरी-सुपौल बड़ी रेलखंड पर स्पीड ट्रायल ट्रेन चलाई गई. जहां ट्रैक की मजबूती का जायजा लिया गया.

गढ़बरुआरी-सुपौल बड़ी रेलखंड पर स्पीड ट्रायल ट्रेन
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Published : Nov 13, 2019, 10:44 PM IST

Updated : Nov 13, 2019, 11:50 PM IST

सुपौल: जिलावासियों को जल्द ही फिर से रेल सुविधा नसीब होने जा रही है. इस दिशा में बुधवार को ट्रेन का स्पीड ट्रायल भी किया गया. यह स्पीड ट्रायल सफल रहा. ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बहुत जल्द यातायात का सबसे बड़ा साधन रेल मार्ग सुपौलवासियों को दोबारा मिल जाएगा.

बता दें कि बीते 3 साल से जिले में रेल सेवा बंद थी. यहां के लोग इससे वंचित थे. बुधवार को गढ़बरुआरी-सुपौल बड़ी रेलखंड पर स्पीड ट्रायल ट्रेन चलाई गई. जहां ट्रैक की मजबूती का जायजा लिया गया. सुपौल रेलवे स्टेशन पर पहुंची ट्रेन की सीटी जब लोगों के कानों तक पहुंची तो सैकड़ों लोग इक्ट्ठा हो गए.

चीफ इंजीनियर ने दी जानकारी

खचाखच भरा नजर आया स्टेशन परिसर
सुपौल स्टेशन पर ट्रेन पहुंचते ही भारी संख्या में लोग वहां पहुंच गए. यह पूरे गांव भर में कौतूहल का विषय बन गया. बच्चे से लेकर बूढ़े तक वहां जमा हो गए. सभी लोगों के चेहरे पर राहत की मुस्कान दिख रही थी. वहीं, कई युवा सेल्फी लेने में भी व्यस्त दिखे.

साल 2016 से ब्लॉक था रूट
गौरतलब है कि 25 दिसम्बर 2016 को मीटर गेज की इस रेलखंड पर मेगा ब्लॉक लिया गया था. इसके बाद बड़ी लाइन के लिए कार्य प्रारंभ किया गया. तब से जिलावासी रेल सेवा के सुविधा से वंचित थे. बताया जा रहा है कि स्पीड ट्रायल सफल रहा है. ट्रैक मजबूत पाया गया. 120 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन चलाई गई थी.

यह भी पढ़ें: तबेला बन चुका है सासाराम सदर अस्पताल का क्वार्टर, विभागीय अनदेखी के कारण हुआ ये हाल

ट्रायल के बाद बोले चीफ इंजीनियर
वहीं, स्पीड ट्रायल ट्रेन के एक डिब्बे में मौजूद रेलवे के चीफ इंजीनियर डीएस श्रीवास्तव ने बताया कि फिलहाल ट्रैक के मजबूती का जायजा लिया गया है. 20 नवंबर 2019 को इस रेलखंड का सीआरएस होगा. इसके बाद बड़ी लाइन ट्रेन इस रेलखंड पर दौड़ने लगेगी.

सुपौल: जिलावासियों को जल्द ही फिर से रेल सुविधा नसीब होने जा रही है. इस दिशा में बुधवार को ट्रेन का स्पीड ट्रायल भी किया गया. यह स्पीड ट्रायल सफल रहा. ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बहुत जल्द यातायात का सबसे बड़ा साधन रेल मार्ग सुपौलवासियों को दोबारा मिल जाएगा.

बता दें कि बीते 3 साल से जिले में रेल सेवा बंद थी. यहां के लोग इससे वंचित थे. बुधवार को गढ़बरुआरी-सुपौल बड़ी रेलखंड पर स्पीड ट्रायल ट्रेन चलाई गई. जहां ट्रैक की मजबूती का जायजा लिया गया. सुपौल रेलवे स्टेशन पर पहुंची ट्रेन की सीटी जब लोगों के कानों तक पहुंची तो सैकड़ों लोग इक्ट्ठा हो गए.

चीफ इंजीनियर ने दी जानकारी

खचाखच भरा नजर आया स्टेशन परिसर
सुपौल स्टेशन पर ट्रेन पहुंचते ही भारी संख्या में लोग वहां पहुंच गए. यह पूरे गांव भर में कौतूहल का विषय बन गया. बच्चे से लेकर बूढ़े तक वहां जमा हो गए. सभी लोगों के चेहरे पर राहत की मुस्कान दिख रही थी. वहीं, कई युवा सेल्फी लेने में भी व्यस्त दिखे.

साल 2016 से ब्लॉक था रूट
गौरतलब है कि 25 दिसम्बर 2016 को मीटर गेज की इस रेलखंड पर मेगा ब्लॉक लिया गया था. इसके बाद बड़ी लाइन के लिए कार्य प्रारंभ किया गया. तब से जिलावासी रेल सेवा के सुविधा से वंचित थे. बताया जा रहा है कि स्पीड ट्रायल सफल रहा है. ट्रैक मजबूत पाया गया. 120 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन चलाई गई थी.

यह भी पढ़ें: तबेला बन चुका है सासाराम सदर अस्पताल का क्वार्टर, विभागीय अनदेखी के कारण हुआ ये हाल

ट्रायल के बाद बोले चीफ इंजीनियर
वहीं, स्पीड ट्रायल ट्रेन के एक डिब्बे में मौजूद रेलवे के चीफ इंजीनियर डीएस श्रीवास्तव ने बताया कि फिलहाल ट्रैक के मजबूती का जायजा लिया गया है. 20 नवंबर 2019 को इस रेलखंड का सीआरएस होगा. इसके बाद बड़ी लाइन ट्रेन इस रेलखंड पर दौड़ने लगेगी.

Intro:सुपौल: यातायात के सबसे बड़े संसाधन रेल सेवा की सुविधा सुपौल जिलावासी को शीघ्र मिलता दिख रहा है. विगत तीन साल से रेल सुविधा से वंचित जिलावासी रेल सेवा का बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं. जिसके प्रतीक्षा की घड़ी समाप्त होने वाली है.


Body:बुधवार को गढ़बरुआरी- सुपौल बड़ी रेलखंड पर स्पीड ट्रायल ट्रैन चलाया गया. जहां ट्रैक की मजबूती का जायजा लिया गया. सुपौल रेलवे स्टेशन पर पहुंची ट्रैन की सीटी जब लोगों के कानों तक सुनाई दी तो लोग स्टेशन की और दौड़ पड़े. देखते ही देखते लोगों की भीड़ से स्टेशन परिसर खचाखच भर गया. लोगों के चेहरे पर स्पष्ट मुस्कान दिख रही थी. वहीं कई युवा सेल्फी लेने में भी व्यस्त दिखे.


Conclusion:गौरतलब है कि 25 दिसम्बर 2016 को मीटर गेज की इस रेलखंड पर मेगा ब्लॉक लिया गया था. इसके बाद बड़ी लाइन के लिए कार्य प्रारंभ किया गया. इसके बाद से ही जिलावासी रेल सेवा के सुविधा से वंचित थे. बताया जा रहा है कि स्पीड ट्रायल सफल रहा है. ट्रैक मजबूत पाया गया. 120 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन चलाया गया. वहीं स्पीड ट्रायल ट्रेन के एक डिब्बे में मौजूद रेलवे के चीफ इंजीनियर डीएस श्रीवास्तव ने बताया कि ट्रैक के मजबूती का जायजा लिया गया है. 20 नवंबर 2019 को इस रेलखंड का सीआरएस होगा. इसके बाद बड़ी लाइन ट्रेन इस रेलखंड पर दौड़ने लगेगी.
बाइट- डीएस श्रीवास्तव, चीफ इंजीनियर रेल, हाजीपुर जोन
Last Updated : Nov 13, 2019, 11:50 PM IST
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