ETV Bharat / state

सुपौल: बिजली समस्या को लेकर फूटा उपभोक्ताओं का गुस्सा, SH-66 जाम कर जताया विरोध - बिजली कटौती से परेशान

बिजली कटौती से परेशान सैकड़ों उपभोक्ताओं ने गुरुवार को करिहो के पास एसएच-66 सुपौल-सिंहेश्वर पथ को बांस बल्ली लगाकर जाम कर दिया. वहीं, जाम की सूचना पर पहुंचे बिजली विभाग के अधिकारियों ने समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया.

बिजली समस्या को लेकर फूटा उपभोक्ताओं का गुस्सा
author img

By

Published : Aug 8, 2019, 11:13 PM IST

सुपौल: बिहार सरकार के उर्जा मंत्री विजेंद्र यादव के जिले में बिजली व्यवस्था बेहाल हो चुकी है. शहर से लेकर गांव तक के लोग लो वोल्टेज, अधिक बिल और बिना किसी सूचना के बिजली कनेक्शन काटने जैसी समस्याओं का सामना करने को मजबूर हैं. गुरूवार को बिजली कटौती से तंग लोगों ने एसएच-66 जाम कर आगजनी और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

एक ही गांव में दो फीडर से होती है बिजली आपूर्ति
ग्रामीण ने बताया कि विद्युत सेवा बहाल करने के लिये बाहर की एजेंसियों से कार्य कराया गया था. एजेंसियों को भौगौलिक जानकारी नहीं रहने के कारण नजदीक के फीडर से विद्युत सेवा बहाल करने की बजाय दूर के फीडर से जोड़ दिया गया. जिस कारण आसपास के इलाकों में बिजली रहती है लेकिन दस कदम की दूरी पर बिजली गुल रहती है. उपभोक्ता बताते हैं कि हरदी फीडर में हरदी की आधी बस्ती को रखा गया है. जबकि आधी बस्ती को चौघारा फीडर में जोड़ दिया गया है. जिस कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बिजली समस्या को लेकर फूटा उपभोक्ताओं का गुस्सा

एक महीना पहले दिया था ज्ञापन
आक्रोशित लोगों ने बताया कि उन्होंने एक महीने पहले विद्युत विभाग के कनीय और वरीय अधिकारियों को ज्ञापन देकर समस्या से अवगत कराया था. लेकिन एक महीना बीतने के बाद भी समस्या से निदान नहीं मिला. जिस कारण लोग सड़क पर उतरने को मजबूर हुए हैं. आक्रोशित लोगों की मांग है कि उन्हें पहले की तरह विद्युत संचरण हरदी फीडर से दिया जाए. वहीं लोगों ने बताया कि जब से हरदी फीडर से हटा कर सुपौल फीडर से विद्युत सेवा बहाल की गयी है. तब से वे लोग बिजली कटौती से काफी परेशान हैं.

सुपौल
जाम में फंसे लोग

करिहो में रहा रोड जाम
बिजली कटौती से परेशान सैकड़ों उपभोक्ताओं ने गुरुवार को करिहो के पास एसएच-66 सुपौल-सिंहेश्वर पथ को बांस बल्ली लगाकर जाम कर दिया. वहीं, लोगों ने वीणा और पिपरा जाने वाली सड़क जाम कर आगजनी और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आक्रोशित लोगों ने बताया कि उन्हें दिन-रात मिला कर डेढ़ घंटे भी विद्युत सेवा नहीं मिल रही है. वहीं, जाम की सूचना पर पहुंचे विद्युत विभाग के अधिकारियों ने समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया. अधिकारियों ने लोगों को आश्वासन दिया कि अब उनको पहले की तरह हरदी फीडर से ही विद्युत सेवा बहाल कर दी जायेगी.

सुपौल: बिहार सरकार के उर्जा मंत्री विजेंद्र यादव के जिले में बिजली व्यवस्था बेहाल हो चुकी है. शहर से लेकर गांव तक के लोग लो वोल्टेज, अधिक बिल और बिना किसी सूचना के बिजली कनेक्शन काटने जैसी समस्याओं का सामना करने को मजबूर हैं. गुरूवार को बिजली कटौती से तंग लोगों ने एसएच-66 जाम कर आगजनी और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

एक ही गांव में दो फीडर से होती है बिजली आपूर्ति
ग्रामीण ने बताया कि विद्युत सेवा बहाल करने के लिये बाहर की एजेंसियों से कार्य कराया गया था. एजेंसियों को भौगौलिक जानकारी नहीं रहने के कारण नजदीक के फीडर से विद्युत सेवा बहाल करने की बजाय दूर के फीडर से जोड़ दिया गया. जिस कारण आसपास के इलाकों में बिजली रहती है लेकिन दस कदम की दूरी पर बिजली गुल रहती है. उपभोक्ता बताते हैं कि हरदी फीडर में हरदी की आधी बस्ती को रखा गया है. जबकि आधी बस्ती को चौघारा फीडर में जोड़ दिया गया है. जिस कारण भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बिजली समस्या को लेकर फूटा उपभोक्ताओं का गुस्सा

एक महीना पहले दिया था ज्ञापन
आक्रोशित लोगों ने बताया कि उन्होंने एक महीने पहले विद्युत विभाग के कनीय और वरीय अधिकारियों को ज्ञापन देकर समस्या से अवगत कराया था. लेकिन एक महीना बीतने के बाद भी समस्या से निदान नहीं मिला. जिस कारण लोग सड़क पर उतरने को मजबूर हुए हैं. आक्रोशित लोगों की मांग है कि उन्हें पहले की तरह विद्युत संचरण हरदी फीडर से दिया जाए. वहीं लोगों ने बताया कि जब से हरदी फीडर से हटा कर सुपौल फीडर से विद्युत सेवा बहाल की गयी है. तब से वे लोग बिजली कटौती से काफी परेशान हैं.

सुपौल
जाम में फंसे लोग

करिहो में रहा रोड जाम
बिजली कटौती से परेशान सैकड़ों उपभोक्ताओं ने गुरुवार को करिहो के पास एसएच-66 सुपौल-सिंहेश्वर पथ को बांस बल्ली लगाकर जाम कर दिया. वहीं, लोगों ने वीणा और पिपरा जाने वाली सड़क जाम कर आगजनी और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आक्रोशित लोगों ने बताया कि उन्हें दिन-रात मिला कर डेढ़ घंटे भी विद्युत सेवा नहीं मिल रही है. वहीं, जाम की सूचना पर पहुंचे विद्युत विभाग के अधिकारियों ने समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया. अधिकारियों ने लोगों को आश्वासन दिया कि अब उनको पहले की तरह हरदी फीडर से ही विद्युत सेवा बहाल कर दी जायेगी.

Intro:सुपौल: शहर से लेकर ग्रामीण इलाके के लोग बिजली की लचर व्यवस्था से आजीज हो चुके हैं. उर्जा मंत्री के शहर में बिजली की लचर व्यवस्था रहने से सवाल उठना लाजिमी है. वहीं उपभोक्ताओं का आक्रोशित होना स्वभाविक है. मालूम हो कि इन दिनों जिले के विभिन्न हिस्सों में बिजली की लचर व्यवस्था को लेकर उपभोक्ता विभाग के विरूद्ध काफी आक्रोशित हैं. उपभोक्ता कहीं लो वोल्टेज, अधिक विपत्र, बिजली की आंख-मिचौनी तो कहीं बिना सूचना के विद्युत विच्छेद करने से आक्रोशित हैं. वहीं जिला मुख्यालय के उपभोक्ता भीषण गर्मी में बार-बार बिजली कटने की समस्या से काफी परेशान हैं. गुरुवार को भी जिला मुख्यालय सहित आसपास के इलाके में सुबह से ही बिजली गुल रही. बिजली नहीं रहने के कारण लोगों को समय पर ऑफिस जाने, बच्चों को स्कूल जाने आदि दिनचर्या में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा. जबकि कार्यालयों में बिजली के गुल रहने से कार्यालय के कार्य प्रभावित रहे. करीब 03:30 बजे शहर एवं आसपास के इलाके में विद्युत सेवा बहाल की गयी. Body:बिजली की समस्या को लेकर करिहो में रहा रोड जाम
लगातार बिजली गुल रहने के कारण गुरुवार को सदर थाना क्षेत्र के करिहो गांव के सैकड़ों उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग के विरूद्ध एसएच 66 सुपौल-सिंहेश्वर पथ को करिहो चौक के समीप बांस-बल्ले से घेर कर जाम कर दिया. आक्रोशित उपभोक्ताओं ने उक्त स्थल पर ही वीणा एवं पिपरा जाने वाली सड़क को भी जाम कर आगजनी किया. आक्रोशित उपभोक्ता विद्युत विभाग के खिलाफ जम कर नारेबाजी कर रहे थे. उपभोक्ताओं का आरोप था कि उनलोगों को दिन-रात मिला कर डेढ़ घंटे भी विद्युत सेवा बहाल नहीं रहता है. साथ ही गांव में अब किरासन तेल नहीं मिलने के कारण लोग बिजली पर ही आश्रित हो गये हैं. उपभोक्ता विद्युत संचालित उपकरण का उपभोग करते हैं. जहां बिजली नहीं रहने के कारण उपभोक्ताओं को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. प्रदर्शनकारियों ने बताया कि एक महीना पूर्व विद्युत विभाग के कनीय से लेकर वरीय अधिकारी को समस्या के बाबत आवेदन समर्पित किया गया था. आवेदन समर्पित करने के बाद किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने पर वे लोग आज सड़क पर उतरने को मजबूर हुए हैं. उपभोक्ताओं का मांग था कि पूर्व की भांति उनलोगों का विद्युत संचरण हरदी फीडर से किया जाय. बताया कि जब से हरदी फीडर से हटा कर सुपौल फीडर से उनलोगों को विद्युत सेवा बहाल की गयी है. तब से वे लोग बिजली की आंख-मिचौनी से काफी परेशान हैं. Conclusion:अधिकारी के आश्वासन पर टूटा जाम
जाम के डेढ़ घंटा के बाद विद्युत विभाग के अधिकारी सहित प्रशासनिक अधिकारी जाम स्थल पर पहुंचे. लेकिन इस बीच उक्त पथ से आवागमन करने वाले लोगों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा. प्रदर्शनकारी जरूरतमंद लोगों को भी उक्त पथ से आवागमन की अनुमति नहीं दे रहे थे. उक्त पथ से उत्तर और दक्षिण की दिशा जाने वाली सड़कों को भी जाम करने की वजह से लोगों को वापस लौटना पड़ा. जहां उक्त पथ पर छोटे एवं बड़े वाहनों की कतार लगी रही. अधिकारी के पहुंचने पर प्रदर्शनकारी लोग और भी उग्र हो गये. इस बीच सदर बीडीओ राहुल राज, सदर सीओ प्रभाष नारायण लाभ, विद्युत सहायक अभियंता श्याम किशोर, कनीय अभियंता ग्रामीण पप्पू कुमार आक्रोशित लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. अधिकारियों ने कहा कि उनलोगों को पूर्व की भांति अब हरदी फीडर से ही विद्युत सेवा बहाल कर दी जायेगी. इसके बाद आक्रोशित लोग जाम हटाने के लिये राजी हुए. इसके बाद उक्त पथ पर आवागमन बहाल हो सकी.
एक ही गांव में दो फीडर से होती है विद्युत आपूर्ति
गौरतलब है कि ग्रामीण इलाके में विद्युत सेवा बहाल करने के लिये बाहर के एजेंसियों द्वारा कार्य कराया गया. जिसे इलाके के भौगौलिक जानकारी नहीं रहने के कारण नजदीक के फीडर से विद्युत सेवा बहाल करने की बजाय दूर के फीडर से जोड़ दिया गया. जिस कारण बगल में विद्युत सेवा बहाल रहती है. वहीं दस कदम की दूरी पर विद्युत गुल रहती है. जिस कारण लोगों में विभाग के प्रति काफी आक्रोश रहता है. उपभोक्ता बताते हैं कि हरदी फीडर में हरदी के आधे बस्ती को रखा गया है. जबकि आधे बस्ती को चौघारा फीडर में जोड़ दिया गया है. हरदी फीडर की स्थिति तो ठीक बतायी जा रही है. वहीं चौघारा फीडर में विद्युत सेवा हमेशा बाधित ही रहता है. जिस कारण उपभोक्ताओं को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.