सुपौल: बिहार के सुपौल (Supaul) में लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर बवाल काटा है. लोगों का कहना है कि पुलिस ने लापता व्यक्ति की लाश का बगैर शिनाख्त किए ही अंतिम संस्कार करा दिया. इसको लेकर लोगों ने सड़क जाम कर दिया और आगजनी भी की.
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परिजनों और स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ शनिवार को त्रिवेणीगंज बाजार में प्रदर्शन किया. ये लोग लगातार शव की मांग को लेकर अड़े रहे, जबकि लाश का दाह संस्कार पहले ही पुलिस की ओर से किया जा चुका है.
दरअसल, 21 सितंबर को सुपौल के त्रिवेणीगंज में गुड़िया नदी से अज्ञात शव बरामद हुआ था. जिसका कि पुलिस ने बिना शिनाख्त के दाह संस्कार कर दिया था. वहीं 21 सितंबर से लापता दिनेश यादव के परिजन जब त्रिवेणीगंज थाना पहुंचे तो थानाध्यक्ष ने उन्हें जब तस्वीर दिखाई तो परिजनों ने पहचान लिया कि वह लाहर्निया गांव निवासी दिनेश यादव ही है.
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नाराज परिजनों का कहना है कि वो लोग त्रिवेणीगंज थाना में लापता होने की सूचना लेकर गए, लेकिन किसी ने इस पर संज्ञान नहीं लिया. अगर उन्हें लाश की शिनाख्त करने के लिए बुलाया जाता तो वे लोग शव की पहचान कर लेते और अपनी मान्यताओं के हिसाब से अंतिम संस्कार करते.
वहीं, पुलिस ने परिजनों को बताया कि कुछ दिन पहले एक शव क्षत-विक्षत अवस्था में गुड़िया नदी से बरामद किया था. शव होने की सूचना वहां के कुछ मछुवारे ने दी थी. जिसके बाद पुलिस ने शव को 72 घण्टे तक अपने पास रखने के बाद उसका हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार दाह संस्कार करा दिया. हालांकि अब इस मामले को लेकर पुलिस कुछ भी बताने से बच रही है.