सुपौल: सुपौल-सहरसा रेलखंड पर शनिवार से एक नयी पैसेंजर ट्रेन का परिचालन किया गया. सुपौल रेलवे स्टेशन से ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, सांसद दिलेश्वर कामत एवं डीआरएम अशोक माहेश्वरी ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया.
ट्रेन परिचालन के मौके पर सुपौल रेलवे स्टेशन पर आयोजित समारोह में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे. लोगों में हर्ष का माहौल दिखाई दिया. समारोह को संबोधित करते ऊर्जा मंत्री ने कहा कि फरवरी माह तक सुपौल से सरायगढ़ तक ट्रेन का परिचालन शुरू किया जाएगा. इसके बाद सरायगढ़ से निर्मली के लिए कोसी महासेतु के रास्ते आसानपुर कूपहा तक मार्च 2020 तक ट्रेन चलायी जाएगी. इसके कार्य मे गति लाने का अनुरोध किया.
शुरू होगा सरायगढ़-निर्मली रेलखंड पर परिचालन
मंत्री ने कहा कि सरायगढ़-निर्मली रेलखंड 1934 में आये प्रलयकारी भूकंप में ध्वस्त हो गया था. लंबे समय अंतराल के बाद यह इलाका रेल मार्ग से जुड़ जाएगा. एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि सरायगढ़-निर्मली रेलखंड पर ट्रेन के परिचालन के बाद सुपौल से लंबी दूरी की ट्रेन भी दी जाएगी.
तीव्र गति से हो रहा काम- सांसद
इस मौके पर सांसद दिलेश्वर कामत ने कहा कि सुपौल-अररिया-गलगलिया नई रेलखंड के लिए तेज गति से कार्य किया जा रहा है. इसके लिए 16 किलोमीटर तक जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है. आर्थिक विकास के लिए यह लाभकारी सिद्ध होगा.
कम होगी कोसी-मिथिला की दूरी
वहीं, डीआरएम अशोक माहेश्वरी ने कहा कि सरायगढ़-निर्मली और निर्मली- झंझापुर तक बड़ी रेल लाइन का कार्य पूर्ण हो चुका है. उक्त दोनों रेलखंड पर मार्च 2020 तक ट्रेन का परिचालन शुरू हो जाएगा. जिससे कोसी और मिथिला की दूरी काफी कम हो जाएगी. साथ ही क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए यह अति लाभकारी सिद्ध होगा.
गौरतलब है कि सुपौल-सहरसा के बीच अब दो पैसेंजर ट्रेन के परिचालन का बाद जिलेवासियों को यातायात में सुलभता प्रदान होगी. इस मौके पर डीएम महेंद्र कुमार, प्रभारी एसपी सुधीर पोरिका सहित रेलवे अधिकारी व बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.