सुपौल: सुपौल के सदर अस्पताल में शर्मनाक घटना (Shameful incident in Sadar Hospital of Supaul) सामने आई है. जो सदर अस्पताल की व्यवस्था और इसके कर्मियों की लापरवाही बताती है. दरअसल, सदर अस्पताल में एक गर्भवती महिला ने अस्पताल परिसर में ई-रिक्शा पर ही बच्चे को जन्म दे दिया. बार-बार बुलाने पर भी अस्पताल की नर्स चाय पीने में मशगुल थी. जब पीड़िता को कराहते देख कुछ मीडिया के लोगों ने जाकर नर्स से कहा तो मीडिया के लोगों से ही वो उलझ गई.
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सदर अस्पताल में लापरवाही: सदर प्रखंड के चैनसिंह पट्टी वार्ड नंबर 08 निवासी विकास कुमार अपनी गर्भवती पत्नी बबीता देवी को प्रसव पीड़ा होने पर ई रिक्शा से लेकर सदर अस्पताल आये. जैसे ही वो सदर अस्पताल के अंदर दाखिल हुए तो महिला को काफी पीड़ा होने लगी. जिसके बाद महिला के पति ने दौड़कर सदर अस्पताल के इमरजेंसी में तैनात नर्सों से उनकी पत्नी को देख लेने का आग्रह किया, लेकिन उस वक्त सभी नर्स चाय पीने में व्यस्त थी. पास ही खड़े कुछ मीडिया वालों की नजर जब इस पीड़ित परिवार पर पड़ी तो मीडिया के लोगों ने भी नर्स से जल्दी चलने का आग्रह किया. जिसके बाद वहां मौजूद 4 नर्स मीडिया वालों से ही उलझ गई.
नर्स और ANM का लापरवाह रवैया: बात यहीं खत्म नहीं हुई, जब पीड़िता को कराहता देख वहां मौजूद गार्ड भी उसे मदद करने के लिए दौड़ा और नर्स को चलने को कहा तो उन्होंने उसे भी मना कर दिया और चाय पीने में लगी रही. इस बीच इस घटना को लेकर सीएस डॉक्टर इंद्रजीत प्रसाद का वही रटा रटाया बयान सामने आया. अपने चैंबर में कुर्सी की शोभा बढ़ाने वाले सीएस वहां से निकल कर सीधे पीड़ित परिवार से मिलने के बजाय जांच की बात कहने लगे.
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