सुपौल: इंडो-नेपाल क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से उफनाई घोरदह नदी के पानी के दबाव से निर्मली-कुनौली मुख्य मार्ग स्थित नरेन्द्रपुर डायवर्सन ध्वस्त हो गया. इस डायवर्सन के टूटने से क्षेत्र के लोगों का अनुमंडल मुख्यालय और एनएच 57 से संपर्क टूट गया. इस वजह से कई किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद ही काफी मशक्कत के बाद लोग एक-दूसरे क्षेत्र में आ-जा रहे हैं.
10 वर्ष पहले क्षतिग्रस्त हुआ पुल
डायवर्सन टूटने से कुनौली, कमलपुर, डगमारा, सोनपुर, ठेहो, नरेन्द्रपुर, नेयोर सहित अन्य क्षेत्रों के लोगों का पटना, दरभंगा, दिल्ली सहित अन्य जगहों पर जाना मुश्किल हो गया है. लगभग 10 वर्ष पूर्व ही निर्मली-कुनौली मुख्य मार्ग में नरेंद्रपुर के पास पुल क्षतिग्रस्त हो गया था. तब से लेकर आज तक नरेन्द्रपुर में डायवर्सन से ही आवागमन होता है.
बाढ़ से यातायात ठप
प्रत्येक वर्ष बारिश के समय घोरदह नदी के बाढ़ से यातायात ठप हो जाता है. पानी के निकल जाने के बाद थोड़ा बहुत मिट्टी देकर फिर डायवर्सन बनाकर यातायात बहाल कर दिया जाता है. जबकि इस क्षेत्र का यह मार्ग लाइफ लाइन माना जाता है. जो नेपाल सहित अनुमंडल मुख्यालय और एनएच 57 को जोड़ती है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस बाबत पश्चिमी तटबंध निर्मली के कार्यपालक अभियंता सतीश कुमार ने बताया कि निर्मली-कुनौली मार्ग में नरेन्द्रपुर के पास घोरदह नदी पर 22 करोड़ की लागत से निर्माण एजेंसी अरिहंत कंस्ट्रक्शन वीरपुर की ओर से पुल निर्माण का कार्य शुरू है. वहीं बाढ़ में टूटे डायवर्सन की मरम्मत का कार्य डायवर्सन से पानी उतरने के बाद शुरू कर दिया जाएगा. ताकि पुनः यातायात सुचारू रूप से बहाल हो सके.