सुपौल: लॉकडाउन की वजह से कई प्रवासी अन्य राज्यों में फंसे हुए हैं और पैदल ही वापस लौट रहे हैं. इसी कड़ी में बंगाल के रहने वाले सैकड़ों मजदूरों का काफिला आज सुपौल के रास्ते सिलिगुड़ी के लिए रवाना हुआ. जिसमें बच्चे, जवान, महिलाएं सभी शामिल थे. काम नहीं होने की वजह से ये लोग अपने घर लौटने को मजबूर हैं.
ईंट-भट्टे में करते थे मजदूरी
पैदल अपने घर लौट रहे ये मजदूर सुपौल और मधेपुरा के ईंट-भट्टे पर ईंट बनाने का काम करते थे. लेकिन हाल के दिनों में कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन में इनका रोजगार छिन गया. लिहाजा ईंट-भट्टा मालिकों ने इन्हें घर का रास्ता दिखा दिया. लॉकडाउन में दिहाड़ी मजदूरों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है.
किसी से नहीं मिली कोई मदद
प्रवासी मजदूरों ने बताया कि कंपनी वालों ने काम नहीं होने की बात कहकर उन्हें निकाल दिया. उन्होंने बताया कि उनके पास खाने तक के पैसे नहीं हैं. उन्हें मालिक ने एक हफ्ते तक खाने के पैसे दिए. लेकिन बाद में किसी से कोई मदद नहीं मिली. उन्होंने बताया कि काम नहीं होने की वजह से वे लोग वापस अपने घर लौट रहे हैं.