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15 दिसंबर से पहले सहरसा-ललितग्राम के बीच फिर शुरू होगी ट्रेन सेवा! CRS ने किया निरीक्षण

सहरसा से ललितग्राम के बीच फिर से ट्रेन सेवा शुरू होने की उम्मीदें लोगों में जगी है. गुरुवार को सीआरएस शैलेश कुमार पाठक ने राघोपुर सहित आसपास के स्टेशनों का निरीक्षण किया और खामियों को दुरुस्त करने का निर्देश दिया. पढ़ें पूरी खबर...

सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड
सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड
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Published : Nov 25, 2021, 11:05 PM IST

सुपौल: सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड (Saharsa-Forbisganj railway line) पर राघोपुर से ललितग्राम तक स्पीड ट्रायल सफल रहने के बाद गुरुवार को स्टेशनों का सीआरएस शैलेश कुमार पाठक ने निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में अपने निजी सैलून कोच से सीआरएस राघोपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे, वहां उन्होंने खामियों का जायजा लिया.

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राघोपुर पहुंचने पर रेलवे स्टेशन परिसर में स्थानीय लोगों ने रेलवे अधिकारियों का मखाना का माला, मधुबनी पेंटिंग वाला शॉल एवं पाग और गुलदस्ता भेंटकर सम्मानित किया. सीआरएस के निरीक्षण को लेकर राघोपुर, प्रतापगंज एवं ललितग्राम आदि स्टेशनों को दुल्हन की तरह सजाया गया था.

सीआरएस शैलेश कुमार पाठक ने स्टेशनों का लिया जायजा

उसके बाद विशेष ट्रॉली के द्वारा सीआरएस राघोपुर स्टेशन से विदा हुए. विभिन्न पुल-पुलिया का बारीकी से निरीक्षण करते हुए वे प्रतापगंज स्टेशन पहुंचे, जहां निरीक्षण के बाद फिर से ट्रॉली से ललितग्राम के लिए रवाना हो गए. निरीक्षण के दौरान सीआरएस के साथ सीएओ पीके गोयल, डीआरएम आलोक अग्रवाल, सीनियर डीओएम रूपेश कुमार, सीनियर डीईएन आरएन झा, सीनियर डीईएन कैरेज एवं वैग रविश रंजन, चीफ इंजीनियर सुशील कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे.

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निरीक्षण के दौरान कुछ पुलियों में तकनीकी परेशानी रहने के कारण कर्मियों को सीआरएस ने दुरुस्त करने का दिशा-निर्देश भी दिया. सीआरएस ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में कुछ पुलिया में त्रुटि पाया गया है, जिसे जल्द दुरुस्त करने हेतु संबंधित अधिकारी को दिशा निर्देश दे दिया गया. उन्होंने बताया कि सारी स्थिति पूर्ण निरीक्षण के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी और उसके बाद ही रेल परिचालन को लेकर निर्णय किया जाएगा.

बता दें कि साल 2008 में कुसहा त्रासदी के बाद एक बार फिर लोगों को ट्रेन की सीटी सुनाई देने की उम्मीदें जगी है. इसके लिए राघोपुर से ललित ग्राम के बीच रेलखंड तैयार कर लिया गया है. गुरुवार को कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी राघोपुर से ललितग्राम के बीच निरीक्षण किया. बताया जाता है कि सब कुछ ठीक रहा तो 15 दिसंबर से पहले सहरसा से ललितग्राम के बीच ट्रेन सेवा शुरू हो जाएगी. स्थानीय लोगों ने बताया कि अब सुपौल, मधुबनी, निर्मली, झंझारपुर एक होने वाली है. फिर से मिथिलावासी के बेटी-रोटी का संबंध मजबूत होगा.

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सुपौल: सहरसा-फारबिसगंज रेलखंड (Saharsa-Forbisganj railway line) पर राघोपुर से ललितग्राम तक स्पीड ट्रायल सफल रहने के बाद गुरुवार को स्टेशनों का सीआरएस शैलेश कुमार पाठक ने निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में अपने निजी सैलून कोच से सीआरएस राघोपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे, वहां उन्होंने खामियों का जायजा लिया.

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राघोपुर पहुंचने पर रेलवे स्टेशन परिसर में स्थानीय लोगों ने रेलवे अधिकारियों का मखाना का माला, मधुबनी पेंटिंग वाला शॉल एवं पाग और गुलदस्ता भेंटकर सम्मानित किया. सीआरएस के निरीक्षण को लेकर राघोपुर, प्रतापगंज एवं ललितग्राम आदि स्टेशनों को दुल्हन की तरह सजाया गया था.

सीआरएस शैलेश कुमार पाठक ने स्टेशनों का लिया जायजा

उसके बाद विशेष ट्रॉली के द्वारा सीआरएस राघोपुर स्टेशन से विदा हुए. विभिन्न पुल-पुलिया का बारीकी से निरीक्षण करते हुए वे प्रतापगंज स्टेशन पहुंचे, जहां निरीक्षण के बाद फिर से ट्रॉली से ललितग्राम के लिए रवाना हो गए. निरीक्षण के दौरान सीआरएस के साथ सीएओ पीके गोयल, डीआरएम आलोक अग्रवाल, सीनियर डीओएम रूपेश कुमार, सीनियर डीईएन आरएन झा, सीनियर डीईएन कैरेज एवं वैग रविश रंजन, चीफ इंजीनियर सुशील कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे.

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निरीक्षण के दौरान कुछ पुलियों में तकनीकी परेशानी रहने के कारण कर्मियों को सीआरएस ने दुरुस्त करने का दिशा-निर्देश भी दिया. सीआरएस ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में कुछ पुलिया में त्रुटि पाया गया है, जिसे जल्द दुरुस्त करने हेतु संबंधित अधिकारी को दिशा निर्देश दे दिया गया. उन्होंने बताया कि सारी स्थिति पूर्ण निरीक्षण के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी और उसके बाद ही रेल परिचालन को लेकर निर्णय किया जाएगा.

बता दें कि साल 2008 में कुसहा त्रासदी के बाद एक बार फिर लोगों को ट्रेन की सीटी सुनाई देने की उम्मीदें जगी है. इसके लिए राघोपुर से ललित ग्राम के बीच रेलखंड तैयार कर लिया गया है. गुरुवार को कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी राघोपुर से ललितग्राम के बीच निरीक्षण किया. बताया जाता है कि सब कुछ ठीक रहा तो 15 दिसंबर से पहले सहरसा से ललितग्राम के बीच ट्रेन सेवा शुरू हो जाएगी. स्थानीय लोगों ने बताया कि अब सुपौल, मधुबनी, निर्मली, झंझारपुर एक होने वाली है. फिर से मिथिलावासी के बेटी-रोटी का संबंध मजबूत होगा.

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