सुपौल: राघोपुर से प्रतापगंज रेलवे स्टेशन के बीच बड़ी रेल लाइन का कार्य पूरा होने के बाद रेल विभाग ने ट्रायल रन किया. तकरीबन नौ वर्ष के बाद यहां बड़ी रेल लाईन की पहली ट्रायल इंजन के पहुंचने से लोगों में खुशी का माहौल है.
लोगों की उमड़ी भीड़
रेल इंजन की सीटी बजते ही महिला पुरूष और बच्चों की प्रतापगंज स्टेशन पर भीड़ उमड़ पड़ी. स्थानीय रेलवे स्टेशन पर बड़ी रेल लाइन की इंजन को देख लोगों में खुशी का माहौल था. रेल परिचालन को लेकर उत्सुक लोग एक-दूसरे से पूछते दिख रहे थे कि आखिर कब से इस रेलखंड में ट्रेनों का चलना शुरू होगा.
सहरसा से सरायगढ़-आसनपुर कुपहा और राघोपुर तक बड़ी रेल लाइन की ट्रेनों के परिचालन शुरू होने के बाद राघोपुर से फारबिसगंज के बीच धीमी गति से चल रहे अमान परिवर्तन कार्य में तेजी आई थी. जिसका सुखद परिणाम है कि नौ साल बाद सहरसा से चलकर इंजन रोलिंग यानि ट्रायल इंजन प्रतापगंज स्टेशन पहुंची.
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मार्च-अप्रैल में हो सकता है ट्रेनों का परिचालन
रेल इंजन ट्रायल का जायजा लेने पहुंचे रेलवे विभाग के डिप्टी चीफ इंजीनियर संजय कुमार ने बताया कि आगामी मार्च-अप्रैल महीने तक राघोपुर से ललितग्राम के बीच अमान परिवर्तन का कार्य पूरा कर ट्रेनों का परिचालन शुरू होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि उक्त रेल लाइन के बीच बेलही गांव के समीप भेंगा धार पर बड़ा पुल निर्माण का काम हो रहा था, जो पूर्ण हो गया है. उस पर भी रेल इंजन दौड़ाकर सफल परीक्षण किया गया.
2012 से ठप है रेल सेवा
मालूम हो कि गत 20 जनवरी 2012 को ही राघोपुर से फारबिसगंज के बीच अमान परिवर्तन हेतु मेगा ब्लॉक लिया गया था. जिसके बाद से इस रेलखंड पर ट्रेन सेवा बाधित थी. इस मौके पर एईन आरके मिश्रा, पीडब्लूआई सीबी राय, आईओडब्ल्यू अमितेश कुमार सहित ट्रायल इंजन के मुख्य चालक एसएन सहाय, सहायक चालक राजीव रंजन और गार्ड राजेश कुमार मौजूद थे.