सुपौल: बिहार के सुपौल में शराबबंदी के बावजूद नशेड़ियों की करतूत (Liquor Ban In Bihar) थमने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामले के अनुसार सुपौल में नशेड़ियों में शराब के अलावे सूखा नशा का लत ज्यादा लग रहा है. ललितग्राम से सुपौल आ रही ट्रेन के सामने शोर मचाकर लोगों ने चालक को बताया. तब जाकर इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका, तब जाकर ग्रामीणों ने उसकी जान बचाई.
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रेलवे ट्रैक पर सोते हुए युवक की बचाई जान: दरअसल, सुपौल के आरएसएम स्कूल के पास बने रेलवे ढाला के ट्रैक पर लेटे हुए एक युवक को मलहद गांव निवासी श्रवण चौधरी ने देखा. उसी समय सुपौल- फारबिसगंज रेलखंड पर ललितग्राम से सुपौल एक ट्रेन आ रही थी. तभी वह युवक श्रवण चौधरी ने शोर मचाया तब रेलवे ट्रैक के पास कई लोग जामा हो गये. तब जाकर शोरगुल के बाद ट्रेन के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका. तभी उस युवक की जान बच सकी. इधर, युवक की जान बचाने के लिए लोगों ने रेलवे चालक को धन्यवाद भी कहा.
घातक हो सकता था इमरजेंसी ब्रेक: जानकारी के मुताबिक विनोद नाम के इस युवक ने सोलुशन का नशा किया और रेलवे ट्रैक पर जाकर सो गया था. इमरजेंसी ब्रेक लगाने वाले ट्रेन चालक ने बताया कि स्थानीय लोगों की आवाज पर उसने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया. तब जाकर इसकी जान बची. इस इमरजेंसी ब्रेक के कारण ट्रेन में बैठे पैसेंजर को भी चोटें लग सकती थी. उनलोगों के लिए भी खतरा बन सकता है.
"नशे की हालत में रेलवे ट्रैक पर युवक सोया हुआ था. लोगों के शोर मचाने के बाद इमरजेंसी ब्रेक के कारण इस आदमी का जान बची है. 25 सेकेंड के लिए इसकी जान बच गई." - लोको पायलट