सिवानः बिहार के सिवान में मखदूम सराय मिस्कार टोली (Makhdoom Sarai Miskar Toli) की रहने वाली सैंकड़ों महिलाओं ने सड़क पर उतरकर स्मैक (गांजा) बेचने वाले और सेवन करने वालों के खिलाफ हल्ला (women protest against smackers in siwan) बोला है. बता दें कि सिवान के कई ऐसे मोहल्ले हैं, जहां आसानी से स्मैक मिल रहे हैं. जिसका सेवन कर 13-14 साल के बच्चे अपनी जिंदगी खराब कर रहे हैं. महिलाओं के साथ विरोध करने वालों में पुरुष भी शामिल हैं. सभी का कहना है कि पुलिस इन सभी मामलों को नजरअंदाज कर रही है.
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"हमलोगों के मोहल्ले में स्मैक (गांजा) खुलेआम कई लोग बेच रहे हैं. लेकिन प्रशासन चुप्पी साधे बैठी हुई है. नशेड़ियों की तादाद शहर में काफी ज्यादा हो गयी है. ये नशेड़ी दिन में भी किसी घटना को आसानी से अंजाम देने के लिए तैयार रहते हैं. कुछ दिन पहले दो नशेड़ियों को तेलहट्टा बाजार में लोगों ने बकरी चोरी कर के भागने के दौरान पकड़ा गया था. बाद में मारपीट और चेतावनी देकर उन लोगों को छोड़ दिया गया था"- स्थानीय
बकरी-कपड़ा बेचकर नशा कर रहे युवाः इन महिलाओं का कहना है कि घर का बकरी, कपड़ा, जेवर और भी बहुत कुछ समान बेचकर युवा लड़के गांजा पी रहे हैं. कई बार तो मोहल्ले के लोगों के साथ स्मैकरों को देखा भी गया है. फिर भी पुलिस कान में तेल डाल कर बैठी है. महिलाओं का कहना है कि कभी-कभी पुलिस पकड़ कर ले जाती है और अगले दिन उसे छोड़ देती है. जिससे स्मैकरों का मनोबल और बढ़ जाता है. सुबह से लेकर शाम तक मिस्कार टोली में स्मैकरो का जमावड़ा लगा रहता है. जिससे कि बहू- बेटियों को बाहर निकलने में सोचना पड़ता है.
कई इलाकों में बेचा जाता है गांजाः सिवान शहर के जिन इलाकों में स्मैक बिक रहा है, उनमें ललित बस स्टैंड (खुरमाबाद), अस्पताल रोड, बड़हरिया मोड़, पकड़ी मोड़, मखदूम सराय मिस्कार टोली, पुराना किला, दरबार सिनेमा कैम्पस, मौलेशरी चौक, नया किला नवलपुर, चिक टोली मोड़ सहित कई ऐसे जगह शामिल है. यहां खुलेआम गांजा बेचा जा रहा है. हालांकि पिछले दो माह पहले भी एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने खुरमाबाद में छापेमारी करा कर गांजा बरामद करवाया था, जिसमें एक युवक की गिरफ्तारी भी हुई थी. अब देखना यह है कि स्मैकरों पर सिवान पुलिस का शिकंजा कैसे कसेगा.