सिवान: जिले कि पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. गुरुवार को सीवान पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर 24 अगस्त और 1 सितंबर को सीएसपी संचालक लूट मामले में 7 शातिर अपराधियों को धर दबोचा है. पुलिस ने बताया कि जिस दौरान अपराधियों को पकड़ा गया है, उस दौरान वे किसी बड़ी घटना को अंजाम देने देने के लिए इकट्ठा हुए थे.
गुप्त सूचना के आधार पर हुई गिरफ्तारी
सिवान पुलिस को गुप्त सूचना मिली की अपराधी सिवान जिले के ग्राम रसूलपुर में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में इकट्ठा हुए है, जिसके बाद सिवान पुलिस और एसटीएफ की टीम ने मिलकर मनोज उर्फ लंगड़ा के घर को घेर लिया. इस दौरान अपराधियों ने अपने आप को घिरता देख पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें एक अपराधी के पैर पर गोली लगी है.
एसपी ने दी मामले की जानकारी
एसपी अभिनव कुमार ने प्रेस वार्ता कर बताया कि 24 अगस्त को बड़हरिया अंतर्गत मोलनापुर बैंक ऑफ इंडिया के सीएसपी से ढाई लाख की लूट हुई थी, इसके अलावा 1 सितंबर को गुठनी थाना क्षेत्र के जतौर के पास से भी सीएसपी संचालक के कैशियर से दो लाख 76 हजार की लूट हुई थी. उन्होंने बताया कि इन दोनों मामलों ने लिप्त सभी 7 लोगों को आज गिरफ्तार कर लिया गया है.
भारी मात्रा में हथियार बरामद
वहीं, एसपी ने बताया कि जब सातों अपराधियों को पकड़ा गया तो इनके पास से 1 लोडेड पिस्तौल, 4 देसी कट्टे, 1, नौ एमएम की गोली, एक 3.15 एमएम की गोली का खाली खोखा, 1 मोटरसाइकिल, 10 मोबाइल और नगद 25 हजार 500 रुपये बरामद किए गए है. एसपी ने बताया कि इन लोगों की गिरफ्तारी में एक टीम गठित कि गयी थी, जिसमें पुलिस और एसटीफ के लोग शामिल थे.
बड़ी घटने को अंजाम देने की फिराक में थे अपराधी
घटना के वक्त हुई फायरिंग के बारे में एसपी अभिनव कुमार ने बताया कि इन अपराधियों को पकड़ने गई पुलिस पर इसरारुल मियां जो शातिर अपराधी है, वह पुलिस पर फायरिंग करने लगा, तब पुलिस ने आत्म रक्षा में फायरिंग की, जिसमें इसरारुल मियां घायल हो गया है, जिसे बेहतर इलाज के लिए पटना भेज दिया गया है. वहीं, एसपी ने बताया कि जिस समय उनकी गिरफ्तारी हुई वह लोग किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए इकट्ठा हुए थे.