सिवान: बिहार के सिवान में जहरीली शराब से 7 लोगों की मौत का मामला सामने आने के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए. पुलिस प्रशासन को शवों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. जबकि, प्रशासन की ओर से 4 लोगों के संदिग्ध मौत की पुष्टि कथित जहरीला पदार्थ पीने की वजह से की गई है. मृतकों के परिजनों के घर कोहराम मचा हुआ है. इस मामले में मुख्य अभियुक्त दो भाइयों समेत कुल 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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मुख्य आरोपियों तक ऐसे पहुंची पुलिस: ये मौतें 24 घंटे के अंदर ही हुई हैं. दरौंदा थाना क्षेत्र के रहने वाले संदीप चौहान एवं दीपक चौहान जो आपस में भाई हैं इन दोनों एथेनॉल कंपनी से स्पिरिट मंगवाया था. उसके द्वारा स्प्रीट को मंटु बिंद एवं उसके भाई ने लिया था. सूत्रों के द्वारा बताया जा रहा है कि उन दोनों भाइयों ने बाला गांव के पांच व्यक्ति जिनका नाम शंकर मांझी, धीरेंद्र मांझी, नेता बिंद, दुलम रावत, नागेन्द्र मांझी को दिया गया. जिसमें सबसे पहले धीरेन्द्र मांझी और नेता बिंद की शराब पीने से मौत हो गई.
अब तक 16 गिरफ्तार: अभी भी दर्जनों लोग बीमार हैं. जिनका पीएचसी या अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कर इलाज चल रहा है. आपको बता दें कि स्प्रीट मंगवाने वाला दोनों भाई संदीप चौहान और दीपक चौहान गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों के पास से 50 लीटर स्प्रीट, 1 बोरी फिटकिरी जब्त किया है. इन दोनों भाइयों ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बताया है कि 18 जनवरी को मुजफ्फरपुर से सीवान लाने वाला ट्रांसपोर्ट का मालिक दिनेश तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इसी तरह पूछताछ में कड़ियां खुलती चली गईं. 16 को दबोचा जा चुका है.
'मृतकों का पोस्टमार्टम के बाद स्पष्ट होगा मामला': पटना पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेन्द्र गंगवार ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार कई अभियुक्तों का पूर्व में भी आपराधिक रिकॉड रहा है. मृतकों का पोस्मार्टम करवाया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही असली वजह सामने आएगी. उन्होंने कहा कि DIG घटनास्थल पर कैंप कर मामले की जांच कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि इस कांड की तह तक जाने के लिए बिहार पुलिस की टीम कोलकाता भी जायेगी. जरूरत पड़ने पर दूसरे राज्यों में भी पुलिस जाएगी.