सिवान: बिहार के सिवान में होमगार्ड का जवान धरने पर बैठ गया. मामला जिले के सीसवन थाने का है, थानाध्यक्ष के खिलाफ होमगार्ड का जवान थाने में ही धरने पर बैठ गया. होमगार्ड के जवान चालक पशुराम मांझी का कहना है कि थानाध्यक्ष वैभव कुमार ने शराब के नशे में चुर होकर बहुत पिटाई की, वर्दी को फाड़ दिया. इस मामले में होमगार्ड सिपाही ने सिवान एसपी (SP SIWAN) से मांग की है कि थानाध्यक्ष को बर्खास्त किया जाये.
ये भी पढ़ें: आगरा में सड़क दुर्घटना, बिहार-झारखंड के 9 लोगों की मौत
विवादों से घिरे रहे थानाध्यक्ष वैभव: बता दें कि वैभव कुमार हमेशा विवादों से घिरे हुए रहे हैं. जब सराय थाने में थानाध्यक्ष थे, उस समय तत्कालीन डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय (DGP GUPTESHWAR PANDEY) ने उन्हें निलंबित कर दिया था. यही नहीं जदयू नेता गौतम यादव जैसे शराब माफिया से भी इनके संबंध हैं. थानाध्यक्ष के उपर शराब माफिया के साथ भी सांठ गांठ के आरोप लग चुके हैं. इस नये मामले में थानाध्यक्ष के खिलाफ धरने पर होमगार्ड का जवान चालक बैठा हुआ है. अपने ही थानेदार के काले करतूतों को भी उजागर किया.
थानेदार ने भी शिकायत की: थानेदर पर आरोप लगाते हुए चालक पशुराम मांझी ने बताया कि कुछ दिन पहले जब हमलोग छापेमारी करने गए थे, छापेमारी से लौटने के बाद हमारे साथ थानाध्यक्ष गाली गलौज करने लगे. हमारी वर्दी के कॉलर को पकड़ लिए और मुझे मारने लगे. मैंने सीनियर होने के कारण उनकी इज्जत की, इसी वजह से हाथ नहीं उठाया. थानेदार के बारे में बताया कि वह शराब के नशे में ड्यूटी पर भी तैनात रहते हैं. इस बात की सूचना वरीय पदाधिकारी के पास भी दे दी है. जिले के एसपी से इंसाफ की मांग के लिए थाने में धरने पर बैठा हूं.
ये भी पढ़ें...औरंगाबाद में नाइट कर्फ्यू के बावजूद पहुंची 'रंगीली बारात', बार बालाओं से लगवाए गए ठुमके
पूरे मामले पर क्या कहा थानेदार ने: होमगार्ड जवान की शिकायत पर सीसवन थानाध्यक्ष से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि अपराधी को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रहे थे. पुलिस की गाड़ी लेकर चालक बहुत देर से पहुंचा. मैंने देर होने का कारण पूछा तो चालक ने मेरा कॉलर पकड़ लिया. थोड़ी बहुत दोनों के बीच कहासुनी के बाद हल्की नोंक झोक भी हुई, इसी नोंक झोंक में हल्की चोट भी आई है. जिसका इलाज मैंने सदर अस्पताल में कराया है. थानाध्यक्ष ने आगे बताया कि अगर मैं इस चोट का इलाज नहीं करवाता तो यह हमें एससी-एसटी केस में फंसा देता. अब थानेदार और होम गार्ड चालक के बीच का यह मामला तूल पकड़ रहा है, दोनों एक दूसरे पर कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं. अब यह फैसला जिले के वरीय पदाधिकारी को करना है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP