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सिवान के दयानंद आयुर्वेदिक कालेज में छापेमारी, बिना नीट परीक्षा पास किए 29 छात्रों का एडमिशन

सिवान के दयानंद आयुर्वेदिक कालेज में कथित रूप से नियमों की अनदेखी कर नामांकन लिया गया है. इस मामले को लेकर बुधवार रात को छापेमारी की गयी. रात भर छापेमारी चली.प्रिंसिपल से पूछताछ भी की गयी. कुछ दस्तावेज भी जांच टीम ने जब्त की है. पढ़िये क्या है पूरा मामला.

दयानंद आयुर्वेदिक कालेज
दयानंद आयुर्वेदिक कालेज
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Published : Oct 13, 2022, 3:34 PM IST

Updated : Oct 13, 2022, 4:38 PM IST

सिवानः बिहार के सिवान में दयानंद आयुर्वेदिक कालेज में नामांकन में गड़बड़ी के आरोपों की जांच करने के लिए राजभवन से जांच टीम पहुंची. बुधवार रात भर जांच चलती रही. कॉलेज के प्रिंसिपल प्रजापति त्रिपाठी से पूछताछ भी की गयी. जांच टीम कुछ दस्तावेज अपने साथ लेते गयी है. बता दें कि दयानंद आयुर्वेदिक कालेज में बीएएमएस में कुल 29 छात्र एवं छात्राओं का एडमिशन हुआ है. नामांकन में गड़बड़ी काे लेकर सेक्रेटरी पीएन पाठक ने प्रिंसिपल प्रजापति त्रिपाठी के ऊपर गंभीर आराेप लगाये थे.

इसे भी पढ़ेंः जहां चपरासी थे, वहीं बने सहायक प्रोफेसर.. मिलिए भागलपुर के कमल किशोर मंडल से

क्या है मामलाः बीएएमएस में एडमिशन के लिए नीट परीक्षा ओएस करना अनिवार्य होता है. बिना इसके बीएएमएस में एडमिशन नहीं हो सकता. दयानंद आयुर्वेदिक कालेज में बीएएमएस में कुल 29 छात्र एवं छात्राओं का एडमिशन हुआ है. आराेपों के अनुसार इसमें नियमों का पालन नहीं किया गया है. दयानंद आयुर्वेदिक कालेज के प्रिंसिपल पर नियमों की अनदेखी कर एडमिशन का आरोप लगाते हुए पीएन पाठक ने बिहार सरकार से जांच की मांग की थी. इसको लेकर कुलपति को आवेदन सौंपा था.

इसे भी पढ़ेंः सिवान में नवजात की मौत के बाद भड़का आक्रोश, परिजनों ने अस्पताल में काटा बवाल



राजभवन से पहुंची थी तीन सदस्यीय टीमः दयानंद आयुर्वेदिक कालेज के प्रिंसिपल पर नियमों की अनदेखी कर एडमिशन लेने के आरोप की जांच का आदेश राज्यपाल ने दिया था. जिसके बाद राजभवन ने तीन सदस्यीय टीम बनायी. टीम में तिलकामांझी विवि भागलपुर के कुलपति, जेपी यूनिवर्सिटी के कुलपति, पटना के कुलपति केशरी मिश्रा शामिल थे. टीम ने प्रिसिंपल से पूछताछ की.


"राजभवन से टीम आयी थी. मुझसे जो भी पूछा गया मैंने उसका सही जवाब दे दिया है"- प्रजापति त्रिपाठी, प्रिंसिपल

सिवानः बिहार के सिवान में दयानंद आयुर्वेदिक कालेज में नामांकन में गड़बड़ी के आरोपों की जांच करने के लिए राजभवन से जांच टीम पहुंची. बुधवार रात भर जांच चलती रही. कॉलेज के प्रिंसिपल प्रजापति त्रिपाठी से पूछताछ भी की गयी. जांच टीम कुछ दस्तावेज अपने साथ लेते गयी है. बता दें कि दयानंद आयुर्वेदिक कालेज में बीएएमएस में कुल 29 छात्र एवं छात्राओं का एडमिशन हुआ है. नामांकन में गड़बड़ी काे लेकर सेक्रेटरी पीएन पाठक ने प्रिंसिपल प्रजापति त्रिपाठी के ऊपर गंभीर आराेप लगाये थे.

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क्या है मामलाः बीएएमएस में एडमिशन के लिए नीट परीक्षा ओएस करना अनिवार्य होता है. बिना इसके बीएएमएस में एडमिशन नहीं हो सकता. दयानंद आयुर्वेदिक कालेज में बीएएमएस में कुल 29 छात्र एवं छात्राओं का एडमिशन हुआ है. आराेपों के अनुसार इसमें नियमों का पालन नहीं किया गया है. दयानंद आयुर्वेदिक कालेज के प्रिंसिपल पर नियमों की अनदेखी कर एडमिशन का आरोप लगाते हुए पीएन पाठक ने बिहार सरकार से जांच की मांग की थी. इसको लेकर कुलपति को आवेदन सौंपा था.

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राजभवन से पहुंची थी तीन सदस्यीय टीमः दयानंद आयुर्वेदिक कालेज के प्रिंसिपल पर नियमों की अनदेखी कर एडमिशन लेने के आरोप की जांच का आदेश राज्यपाल ने दिया था. जिसके बाद राजभवन ने तीन सदस्यीय टीम बनायी. टीम में तिलकामांझी विवि भागलपुर के कुलपति, जेपी यूनिवर्सिटी के कुलपति, पटना के कुलपति केशरी मिश्रा शामिल थे. टीम ने प्रिसिंपल से पूछताछ की.


"राजभवन से टीम आयी थी. मुझसे जो भी पूछा गया मैंने उसका सही जवाब दे दिया है"- प्रजापति त्रिपाठी, प्रिंसिपल

Last Updated : Oct 13, 2022, 4:38 PM IST
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