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सिवान: सफाई कर्मियों की हड़ताल से शहर में लगा कचरों का अंबार - strike

सिवान में सफाई कर्मियों की हड़ताल जारी है. इन लोगों की मांग है कि सरकार इनको स्थाई करे और इनसे आउटसोर्सिंग के माध्यम से काम ना लिया जाए. वहीं, नगर परिषद के उपसभापति ने सरकार से जल्द से जल्द मामले को सुलझाने की मांग की है.

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Published : Feb 9, 2020, 8:22 PM IST

सिवान: नगर परिषद के 254 सफाईकर्मी पिछले 6 दिनों से हड़ताल पर हैं. सफाई कर्मियों के हड़ताल पर जाने के कारण पूरा शहर कचरों से पटा हुआ है. शहर के सभी प्रमुख जगहों पर कचरों का अंबार लगा हुआ है. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

लोगों का हाल बेहाल
सिवान शहर के डीएवी मोड़, शांति वट वृक्ष, बड़ी मस्जिद, चिकटोली मोड़, महादेवा ये सभी पॉश इलाका है. इन क्षेत्रों में कई कोचिंग संस्थान हैं. जहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं आती हैं. इन रास्तों से गुजरने वाले लोगों को दुर्गंध के कारण काफी परेशानी हो रही है.

सफाई कर्मियों की मांग
सफाई कर्मियों ने बताया कि सरकार ने हमारी संविदा को रद्द कर दिया हैं और आउटसोर्सिंग के माध्यम से काम कराना चाहती है. जो हमलोगों को मंजूर नही हैं. सफाई कर्मचारी नगर परिषद की ओर से लंबे अरसे से काम कर रहे हैं. अब सरकार आउटसोर्सिंग के माध्यम से काम कराना चाहती है जो सिक्योर नहीं है. इसलिए हम सिर्फ नगर परिषद के अंदर ही काम करेंगे. साथ ही सफाई कर्मियों की मांग है कि उनको स्थाई किया जाए.

नगर परिषद के दैनिक मजदूरों की हड़ताल

180 टन से ज्यादा कचरा फैला है शहर में
जानकारी के मुताबिक सिवान शहर में प्रतिदिन 30 टन कचरा निकलता है. लेकिन जिस तरह से शहर में हड़ताल जारी है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि करीब 180 टन से ज्यादा कचरा सड़कों पर बिखड़ा पड़ा है. वहीं, नगर परिषद के उपसभापति बबलू साह ने बताया कि 25 नियमित सफाई कर्मियों से सफाई का काम करवाया जा रहा है. लेकिन जहां 300 सफाईकर्मी शहर की सफाई करते थे. वहां 25 सफाई कर्मचारियों से सफाई पूरी तरह नहीं हो सकती है.

सरकार से हड़ताल खत्म करवाने की अपील
उपसभापति बबलू साह ने सफाई कर्मियों के हटाए जाने को लेकर बताया कि जो सफाईकर्मी पिछले 10 साल या 15 साल से काम कर रहे हैं. उन्हें संविदा से हटाना दुखद हैं. सफाईकर्मी के हड़ताल पर चले जाने के कारण आमलोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जो निंदनीय है. इसलिए मैं सरकार से मांग करता हूं कि इन सफाई कर्मियों से बात कर जल्द से जल्द हड़ताल को खत्म कराया जाय.

सिवान: नगर परिषद के 254 सफाईकर्मी पिछले 6 दिनों से हड़ताल पर हैं. सफाई कर्मियों के हड़ताल पर जाने के कारण पूरा शहर कचरों से पटा हुआ है. शहर के सभी प्रमुख जगहों पर कचरों का अंबार लगा हुआ है. जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

लोगों का हाल बेहाल
सिवान शहर के डीएवी मोड़, शांति वट वृक्ष, बड़ी मस्जिद, चिकटोली मोड़, महादेवा ये सभी पॉश इलाका है. इन क्षेत्रों में कई कोचिंग संस्थान हैं. जहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं आती हैं. इन रास्तों से गुजरने वाले लोगों को दुर्गंध के कारण काफी परेशानी हो रही है.

सफाई कर्मियों की मांग
सफाई कर्मियों ने बताया कि सरकार ने हमारी संविदा को रद्द कर दिया हैं और आउटसोर्सिंग के माध्यम से काम कराना चाहती है. जो हमलोगों को मंजूर नही हैं. सफाई कर्मचारी नगर परिषद की ओर से लंबे अरसे से काम कर रहे हैं. अब सरकार आउटसोर्सिंग के माध्यम से काम कराना चाहती है जो सिक्योर नहीं है. इसलिए हम सिर्फ नगर परिषद के अंदर ही काम करेंगे. साथ ही सफाई कर्मियों की मांग है कि उनको स्थाई किया जाए.

नगर परिषद के दैनिक मजदूरों की हड़ताल

180 टन से ज्यादा कचरा फैला है शहर में
जानकारी के मुताबिक सिवान शहर में प्रतिदिन 30 टन कचरा निकलता है. लेकिन जिस तरह से शहर में हड़ताल जारी है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि करीब 180 टन से ज्यादा कचरा सड़कों पर बिखड़ा पड़ा है. वहीं, नगर परिषद के उपसभापति बबलू साह ने बताया कि 25 नियमित सफाई कर्मियों से सफाई का काम करवाया जा रहा है. लेकिन जहां 300 सफाईकर्मी शहर की सफाई करते थे. वहां 25 सफाई कर्मचारियों से सफाई पूरी तरह नहीं हो सकती है.

सरकार से हड़ताल खत्म करवाने की अपील
उपसभापति बबलू साह ने सफाई कर्मियों के हटाए जाने को लेकर बताया कि जो सफाईकर्मी पिछले 10 साल या 15 साल से काम कर रहे हैं. उन्हें संविदा से हटाना दुखद हैं. सफाईकर्मी के हड़ताल पर चले जाने के कारण आमलोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जो निंदनीय है. इसलिए मैं सरकार से मांग करता हूं कि इन सफाई कर्मियों से बात कर जल्द से जल्द हड़ताल को खत्म कराया जाय.

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sushil modi


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