सीतामढ़ी: बिहार की सीतामढ़ी पुलिस ने जाली नोट का धंधा करने वाले एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर पहले छापेमारी कर एक अपराधी को जाली नोट के साथ गिरफ्तार किया. फिर उसकी निशानदेही पर पुलिस ने छापेमारी कर एक और अपराधी को हथियार के साथ गिरफ्तार किया (Two arrested with fake notes in Sitamarhi) है. पुलिस ने दोनों के पास से 2 लाख 75 हजार के जाली नोट बरामद किया है. गिरफ्तार अपराधियों से गिरोह के बारे में पूछताछ की जा रही है.
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छापेमारी कर अपराधियों को पकड़ा: शुक्रवार की देर शाम समाहरणालय स्थित एसपी के कार्यालय कक्ष में एसपी हर किशोर राय ने एक प्रेस वार्ता कर बताया कि मेजरगंज थाना पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने भारतीय और नेपाली जाली करेंसी का धंधा करने वाले गिरोह के सरगना को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. एसपी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि नेपाली और इंडियन करेंसी के बंडल के ऊपर ओरिजिनल नोट और नीचे सादा पेपर लगाकर 10 लोगों को ठगने का काम कर रहा है.
आम के बगीचे में साथियों के साथ कर रहा था सौदा: एसपी हर किशोर राय ने बताया कि मेजरगंज थाना क्षेत्र के खैरवा गांव स्थित सुशील तिवारी के आम के बगीचे में जाली भारतीय और नेपाली करेंसी की सौदा करने को लेकर गिरोह के सदस्यों के द्वारा मीटिंग करने की गुप्त सूचना मिली. जिसको लेकर एसडीपीओ सदर सुबोध कुमार के नेतृत्व में आम के बगीचे में छापेमारी की गई. पुलिस को देखते ही चार अपराधी भागने में कामयाब रहे, लेकिन पुलिस ने जाली नोटों से भरे बैग और हथियार के साथ एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया.
दो लाख 75 हजार जाली करेंसी बरामद: एसपी हर किशोर राय ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी के निशानदेही पर एक अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अपराधियों की पहचान पड़ोसी देश नेपाल के बाड़ा जिले के बरियारपुर वार्ड नंबर 1 सुनील कुमार कुशवाहा और मेजरगंज थाना क्षेत्र के मेजरगंज गांव निवासी मोहम्मद सत्तार के रूप में की गई है. एसपी ने कहा कि गिरफ्तार अपराधियों के पास से लोडेड पिस्टल भी बरामद किया गया है. एसपी ने बताया है कि गिरफ्तार अपराधियों से गिरोह के बारे में पूछताछ की गई. एसपी ने कहा कि छापेमारी टीम का नेतृत्व नवलेश कुमार आजाद कर रहे थे.