सितामढ़ी: जिले के बेलसंड अनुमंडल (Belsund Subdivision) स्थित राज्य खाद्य निगम के गोदाम से सरकारी खाद्यान्न (PDS Food Grains) लेकर जा रही ट्रक नदी में पलट गई. जिसके बाद से ट्रैक्टर और सरकारी खाद्यान्न की तलाश की जा रही है.
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दरअसल जन वितरण प्रणाली दुकानदार (PDS Shopkeeper) के यहां जा रही 46 क्विंटल सरकारी अनाज से भरी ट्रैक्टर मारर डायवर्सन के समीप अनियंत्रित (Uncontrolled Tractor) होकर गहरी नदी (Deep river) में जा गिरी. लेकिन अब तक ना तो ट्रैक्टर ना ही खाद्यान्न का पता चल पाया है. राज्य खाद्य निगम गोदाम (State Food Corporation Godown) के सहायक प्रबंधक नदी में गिरी ट्रैक्टर की तलाश करवाने में जुटे हुए हैं.
घटना की सूचना मिलते ही राज्य खाद्य निगम गोदाम के सहायक प्रबंधक (Assistant Manager) भाग्य नारायण सिंह (Bhagya Narayan Singh) अपने अन्य कर्मियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर नदी में गिरी ट्रैक्टर की तलाश करवाने में जुटे हुए हैं. 'नदी में समाई ट्रैक्टर पर कुल 46 कुंटल गेहूं लदा हुआ है और वह सरकारी अनाज पानी के अंदर जाने से पूरी तरह खराब हो चुका होगा. जिसकी भरपाई विभागीय स्तर पर करनी होगी.' : भाग्य नारायण सिंह, सहायक प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम गोदाम
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घटनास्थल पर मौजूद गोदाम के सहायक प्रबंधक ने बताया कि सीतामढ़ी को मुजफ्फरपुर और शिवहर से जोड़ने वाली इस मुख्य सड़क पर बना कैटल पास वर्षों पहले बाढ़ के कारण ध्वस्त हो गया था जिसका निर्माण आजतक नहीं कराया जा सका. इसका नतीजा है कि बाढ़ आने पर साल के 4 माह इस मुख्य सड़क पर आवागमन बाधित हो जाता है.
'बाढ़ आने के बाद इस डायवर्सन को पार करने के लिए नाव ही एकमात्र सहारा होता है. डुमरा ननोरा पंचायत तक खाद्यान्न पहुंचाने के लिए इसी क्षतिग्रस्त डायवर्सन का उपयोग करना होता है. जिसका नतीजा है कि यह घटना घटित हुई है.' : भाग्य नारायण सिंह, सहायक प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम गोदाम
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दरअसल बेलसंड प्रखंड का डुमरा ननौरा पंचायत बागमती नदी की दूसरी ओर बसा हुआ है. सरकारी खाद्यान्न उसी पंचायत की जनता के लिए भेजी जा रही थी. जिस सरकारी खाद्यान्न का आवंटन जन वितरण प्रणाली दुकानदार रामदुलार सिंह के लिए किया गया था. लेकिन पीडीएस दुकान पर पहुंचने से पूर्व ही 46 क्विंटल सरकारी अनाज ट्रैक्टर सहित नदी में समा गई. अब देखना होगा कि जुलाई माह का खाद्यान्न उपभोक्ताओं को मिल पाता है या दुर्घटना का हवाला देकर उन्हें खाद्यान्न से वंचित कर दिया जाता है.
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