ETV Bharat / state

सीतामढ़ी में गन्ना किसान अब नए प्रभेद लगाकर करेंगे ज्यादा उपज, रीगा शुगर मिल का विशेष प्रयास

शुगर मिल के जीएम केन चित्र भूषण प्रसाद सिन्हा ने बताया कि अब बहुत जल्द ही स्प्रिंग प्लांटेशन आने वाला है. साथ ही इस माह में किसान गन्ना बुआई करते हैं. इसलिए गन्ने की खेती करने वाले काश्तकारों को जागरूक किया जा रहा है. ताकि अपने घाटे और नेशनल लॉस की भरपाई की जा सके.

सीतामढ़ी
सीतामढ़ी
author img

By

Published : Jan 29, 2020, 8:54 PM IST

सीतामढ़ी: जिले के गन्ना किसानों की आमदनी को बढ़ाने और मिल की रिकवरी को बेहतर करने के लिए रीगा शुगर मिल प्रबंधन की ओर से विशेष प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए किसानों के साथ मिल से जुड़े ठेकेदारों को गन्ने की नई प्रभेद और उसके रख रखाव के साथ ज्यादा उत्पादन लेने की तकनीक के संबंध में जानकारी दी जा रही है.

इससे किसान पुराने प्रभेदों को छोड़कर नए प्रभेदों को लगाकर अपनी आमदनी में बढ़ोतरी कर सकेंगे. बता दें कि अब तक जिले के किसान पुराने प्रभेद जैसे 110, 150, 2061 लगाकर खेती करते आ रहे थे. इस प्रभेद को लगाकर उन्हें ज्यादा आमदनी नहीं हो पाती थी. वहीं, बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में गन्ने की फसल ज्यादा बर्बाद हो जाती थी. इसी सब कारण से किसानों को वैसे प्रभेद लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है, जो प्रभेद जलजमाव वाले क्षेत्र में भी अच्छी उपज देकर किसानों की आर्थिक आमदनी को बढ़ाने में मददगार साबित हो. वैसे किसानों के विवो 91, सीओएल के 94184, 9530, 118 और 238 जैसे नए प्रभेद लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.

सीतामढ़ी
रीगा शुगर मिल

किसानों को किया जा रहा जागरूक
शुगर मिल के जीएम केन चित्र भूषण प्रसाद सिन्हा ने बताया कि अब बहुत जल्द ही स्प्रिंग प्लांटेशन आने वाला है. साथ ही इस माह में किसान गन्ना बुआई करते हैं. इसलिए गन्ने की खेती करने वाले काश्तकारों को जागरूक किया जा रहा है. ताकि अपने घाटे और नेशनल लॉस की भरपाई की जा सके. इसके अलावा किसानों को गन्ने की फसल को सुरक्षित और बेहतर बनाए रखने के लिए रख रखाव के संबंध में भी विशेष जानकारी दी जा रही है. इससे किसना कीट और अन्य प्रकार की होने वाले रोगों से फसल को बचा सके.

सीतामढ़ी
रीगा शुगर मिल के प्रबंधक ने गन्ना किसानों के साथ की बैठक

'नई तकनीक किसानों के लिए वरदान साबित होगा'
शुगर मिल के जीएम के ने बताय कि यह नई प्रभेद और नई तकनीक जिले के गन्ना किसानों के लिए वरदान साबित होगी. इस नई तकनीक और प्रभेदों को अमल में लाया जाए तो इससे आमदनी में अधिक से अधिक इजाफा किया जा सकता है. साथ ही शुगर मिल की स्थिति में भी सुधार होगा.

सीतामढ़ी: जिले के गन्ना किसानों की आमदनी को बढ़ाने और मिल की रिकवरी को बेहतर करने के लिए रीगा शुगर मिल प्रबंधन की ओर से विशेष प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए किसानों के साथ मिल से जुड़े ठेकेदारों को गन्ने की नई प्रभेद और उसके रख रखाव के साथ ज्यादा उत्पादन लेने की तकनीक के संबंध में जानकारी दी जा रही है.

इससे किसान पुराने प्रभेदों को छोड़कर नए प्रभेदों को लगाकर अपनी आमदनी में बढ़ोतरी कर सकेंगे. बता दें कि अब तक जिले के किसान पुराने प्रभेद जैसे 110, 150, 2061 लगाकर खेती करते आ रहे थे. इस प्रभेद को लगाकर उन्हें ज्यादा आमदनी नहीं हो पाती थी. वहीं, बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में गन्ने की फसल ज्यादा बर्बाद हो जाती थी. इसी सब कारण से किसानों को वैसे प्रभेद लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है, जो प्रभेद जलजमाव वाले क्षेत्र में भी अच्छी उपज देकर किसानों की आर्थिक आमदनी को बढ़ाने में मददगार साबित हो. वैसे किसानों के विवो 91, सीओएल के 94184, 9530, 118 और 238 जैसे नए प्रभेद लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.

सीतामढ़ी
रीगा शुगर मिल

किसानों को किया जा रहा जागरूक
शुगर मिल के जीएम केन चित्र भूषण प्रसाद सिन्हा ने बताया कि अब बहुत जल्द ही स्प्रिंग प्लांटेशन आने वाला है. साथ ही इस माह में किसान गन्ना बुआई करते हैं. इसलिए गन्ने की खेती करने वाले काश्तकारों को जागरूक किया जा रहा है. ताकि अपने घाटे और नेशनल लॉस की भरपाई की जा सके. इसके अलावा किसानों को गन्ने की फसल को सुरक्षित और बेहतर बनाए रखने के लिए रख रखाव के संबंध में भी विशेष जानकारी दी जा रही है. इससे किसना कीट और अन्य प्रकार की होने वाले रोगों से फसल को बचा सके.

सीतामढ़ी
रीगा शुगर मिल के प्रबंधक ने गन्ना किसानों के साथ की बैठक

'नई तकनीक किसानों के लिए वरदान साबित होगा'
शुगर मिल के जीएम के ने बताय कि यह नई प्रभेद और नई तकनीक जिले के गन्ना किसानों के लिए वरदान साबित होगी. इस नई तकनीक और प्रभेदों को अमल में लाया जाए तो इससे आमदनी में अधिक से अधिक इजाफा किया जा सकता है. साथ ही शुगर मिल की स्थिति में भी सुधार होगा.

Intro:जिले के गन्ना किसान अब नए प्रभेद लगाकर लेंगे ज्यादा उपज बढ़ेगी आमदनी।


Body:जिले के गन्ना किसानों की आमदनी को बढ़ाने और मिल की रिकवरी को बेहतर करने के लिए रीगा शुगर मिल प्रबंधन द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए किसानों और मिल से जुड़े टोकदारों को गन्ने की नई प्रभेद और उसके रखरखाव और ज्यादा उत्पादन लेने की तकनीक के संबंध में जानकारी दी जा रही है। ताकि किसान पुराने प्रभेदों को त्याग कर नए प्रभेदों को लगाकर अपनी आमदनी में बढ़ोतरी कर सकें। अब तक जिले के किसान पुराने प्रभेद जैसे 110, 150, 2061 लगाकर खेती करते आ रहे हैं। और इस प्रभेद को लगाकर उन्हें ज्यादा आमदनी नहीं मिल पाती है। वंही बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में गन्ने की फसल अधिकांश बर्बाद हो जाती है। इसको लेकर किसानों को वैसे प्रभेद लगाने के लिए जागरूक किया जा रहा है जो प्रभेद जलजमाव वाले क्षेत्र में भी अच्छी उपज देकर किसानों की आर्थिक आमदनी को बढ़ाने में मददगार साबित हो। साथ ही उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ-साथ रिकवरी भी अच्छी मिले। वैसे प्रभेदों में विवो 91, सी ओ एल के 94184, 9530, 118 और 238 जैसे नए प्रभेद लगाने के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है।
शुगर मिल के जीएम केन चित्र भूषण प्रसाद सिन्हा ने बताया कि अब बहुत जल्द ही स्प्रिंग प्लांटेशन आने वाला है। साथ ही इस माह में किसान गन्ना बुआई करते हैं। इसलिए गन्ने की खेती करने वाले काश्तकारों को जागृत करने का काम किया जा रहा है। ताकि अपने घाटे और नेशनल लॉस की भरपाई की जा सके। इसके अलावा किसानों को गन्ने की फसल को सुरक्षित और बेहतर बनाए रखने के लिए रखरखाव के संबंध में भी विशेष जानकारी मुहैया कराई जा रही है। ताकि कीट और अन्य प्रकार की होने वाले रोगों से फसल को बचाया जा सके। इसके लिए मिल के गन्ना विकास पदाधिकारी अवध झा ने राजेंद्र एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी पूसा जाकर विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर लौटे हैं। और उन्हीं के द्वारा जिले के किसानों और टोकदारों को जागरूक करने के लिए यह अहम जानकारी दी जा रही है।
बाइट 1, चित्र भूषण प्रसाद सिन्हा। जी एम केन। रीगा शुगर मिल सीतामढ़ी।


Conclusion:शुगर मिल के जीएम के अनुसार यह नई प्रभेद और नई तकनीक जिले के गन्ना किसानों के लिए वरदान साबित होगा। इस नई तकनीक और प्रभेदों को अमल में लाया जाए तो इससे आमदनी में अधिक से अधिक इजाफा किया जा सकता है। साथ ही मिल की स्थिति में भी सुधार होगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.