सीतामढ़ीः बिहार के सीतामढ़ी में हथियार की तस्करी बड़े पैमाने की जाती है. इसका खुलासा शनिवार को हुआ जब पुलिस ने हथियार की तस्करी करने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में खुलासा किया कि वह मुंगेर में कम कीमत पर हथियार खरीदकर उसे सीतामढ़ी में ऊंची कीमत पर बेचने का काम करते थे.
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एक पिस्टल की कीमत 40 हजारः तस्कर मुंगेर से 20 हजार में पिस्टल की खरीदता था. इसके बाद उसे सीतामढ़ी में 35 से 40 हजार रुपए में बेचने का काम करता था. शनिवार को गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने जिले के मेहसौल निवासी तुफैल अहमद और सोनबरसा निवासी विक्रम कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया है. इसके पास से दो नया पिस्टल और गोली बरामद किया गया है.
23 साल से तस्करी कर रहा है तुफैलः एसडीपीओ ने तस्करों के पास 10 से 15 पिस्टल होने की सूचना थी, लेकिन दो ही बरामद हो पाए हैं. गिरफ्तार तुफैल पिछले 23 साल से ज्यादा समय से हथियार की तस्करी कर रहा है. यह इससे पहले दो बार जेल जा चुका है. पहली बार साल 2000 में जेल गया था. जेल से आने के बाद फिर से हथियार की तस्करी में जुट गया. विक्रम इसका सहयोग करने का काम करता था.
कई लोगों का नाम आया सामनेः पूछताछ में तुफैल ने खुलासा किया कि मुंगेर से कम दामों में हथियार खरीद कर इसे सीतामढ़ी में ऊंची कीमत में बेचता था. हथियार मुंगेर से पहले मुजफ्फरपुर आता था. इसके बाद वहां से सीतामढ़ी के सोनबरसा और वहां से शहर में पहुंचाया जाता था. इस कार्रवाई में बहुत लोगों के नाम सामने आए हैं, जो हथियार की तस्करी और खरीदने का काम करते हैं.
हथियार खरीदने वाले निशाने परः हथियार खरीदने के लिए ऑनलाइन पेमेंट किया जाता है, इन तमाम अकाउंट का डाटा पुलिस के पास आ गया है. तुफैल अहमद के द्वरा जिन लोगों को हथियार बेचा गया है, उन लोगों का नाम सामने आय़ा है. इस मामले में पुलिस उक्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.
"गुप्त सूचना के आधार पर मेहसौल चौक पर छापेमारी की गई थी. कार्रवाई में दो हथियार तस्कर को गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास से दो पिस्टल और गोली बरामद किया गया है. पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें मुंगेर से हथियार की तस्करी का मामला सामने आया है. साथ ही यह भी सामने आया है कि इस तस्करी में कितने लोग शामिल हैं और किन लोगों के पास बेचा जाता था. इनलोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है." -सुबोध कुमार, एसडीपीओ सदर, सीतामढ़ी