सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी में पुलिस ने अवैध नर्सिंग होम पर छापेमारी की (Police Raid Illegal Nursing Home In Sitamarhi) है. रीगा प्रखंड क्षेत्र में पूर्व से चल रहे अवैध नर्सिंग होम एवं क्लीनिक में बड़े पैमाने पर आम लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जाता है. जिसमें झोलाछाप डॉक्टर बड़े-बड़े ऑपरेशन और बीमारियों के इलाज गलत तरीके से कर आम लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल देते हैं. इलाज के नाम पर आम लोगों का शोषण करते हैं. जिसकी खबर सोशल मीडिया पर प्रसारित होते रहती है. ऐसी ही खबर के आलोक में जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन द्वारा दिए गए आदेश पर कई नर्सिंग होम एवं क्लीनिक पर छापेमारी हुई.
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निजी क्लीनिक और नर्सिंग होम में छापेमारी : छापेमारी की खबर से अवैध रूप से चलाने वाले कथित चिकित्सक एवं उसके संचालक अपने-अपने नर्सिंग होम एवं क्लीनिक बंद कर फरार हो गए. छापेमारी टीम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उदय भानु सिंह एवं अंचलाधिकारी राजकिशोर साह एवं थाना अध्यक्ष द्वारा रीगा मिल में स्थित (महावीर पॉली क्लिनिक) डॉक्टर त्रिपुरारी मिश्रा के क्लीनिक को सील कर दिया. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ उदय भानु सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन के संयुक्त आदेश के आलोक में अवैध रूप से चल रहे तकरीबन आधा सर्जन नर्सिंग होम पर छापेमारी की गई.
'छापेमारी की खबर से कई डॉक्टर एवं संचालक क्लीनिक छोड़ कर फरार हो गए. डॉक्टर त्रिपुरारी मिश्र के क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन नहीं होने एवं अवैध तरीके से डिलीवरी और ऑपरेशन करने को लेकर क्लीनिक को सील किया गया है.' - डॉ उदय भानु सिंह, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी
छापेमारी के दौरान कई डॉक्टर फरार : गौरतलब है कि डॉक्टर त्रिपुरारी मिश्र के नर्सिंग होम के पीछे सोमवार को एक नवजात शिशु को अवैध तरीके से निकालकर फेंक दिया गया था. जिस शव को आवारा कुत्तों द्वारा क्षत-विक्षत कर दिया गया था. जिसको लेकर पूरे बाजार में सनसनी फैल गई थी. इसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और छापेमारी का निर्णय लिया गया. जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन द्वारा दिए गए आदेश पर मंगलवार को रीगा के आधा दर्जन अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम एवं क्लीनिक पर छापेमारी हुई.