सीतामढ़ी: सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन विभागीय उदासीनता के कारण रेल यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. बी श्रेणी के इस जंक्शन पर वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजनों और महिलाओं के लिए कोई भी टिकट काउंटर नहीं बनाया गया है. साथ ही सामान्य यात्रियों के लिए भी महज एक ही काउंटर बनाए गए हैं. जहां टिकट लेने के लिए यात्रियों को घंटों कतार में खड़े होकर भारी मशक्कत करनी पड़ती है. इसके बावजूद यात्री टिकट लेने से वंचित रह जाते हैं.
घंटो लाइन में लगे रहते हैं यात्री
माता सीता के जन्मस्थली के चलते यहां दूर-दराज के पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है. लेकिन टिकट का खामियाजा उन पर्यटकों को भी भुगतना पड़ता है. बता दें कि इस रेलवे जंक्शन से प्रतिदिन रक्सौल, दरभंगा, समस्तीपुर, पटना सहित अन्य प्रदेशों के लिए गाड़ियां प्रस्थान करती हैं. जंक्शन के सुप्रीटेंडेंट मदन प्रसाद ने बताया कि यहां से रोजाना करीब दस हजार यात्री सफर करते हैं. लेकिन यहां एक आरक्षण और दो अनारक्षित टिकट काउंटर हैं. लिहाजा यात्रियों को टिकट लेने के लिए घंटों कतार में खड़ा रहना पड़ता है. इसके बावजूद दर्जनों यात्री टिकट लेने से वंचित हो जाते हैं. कई यात्री अपनी यात्रा भी स्थगित कर देते हैं.
परेशानी का सबब बना जंक्शन
स्टेशन अधीक्षक के मुताबिक जंक्शन पर 5 आरक्षित टिकट काउंटर और एक सीनियर सिटीजन, दिव्यांग जनों और महिलाओं के लिए काउंटर होने चाहिए. लेकिन टिकट काउंटर की व्यवस्था नहीं होने के कारण एक ही आरक्षित काउंटर पर सभी आयु वर्ग के लोग कतार में खड़े होकर टिकट लेने के लिए मशक्कत करते रहते हैं. टिकट ले रहे बुजुर्ग यात्री चितवन सिंह और डॉक्टर भाग नारायण चौधरी ने बताया कि विभाग की उदासीनता के कारण यह जंक्शन आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. सालों से सीनियर सिटीजन, दिव्यांग जनों और महिलाओं के लिए अलग से टिकट काउंटर की मांग की जा रही है. लेकिन अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं है.
'जल्द होगा समस्या का समाधान'
वहीं, सीतामढ़ी सांसद सुनील कुमार पिंटू ने बताया कि वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग जनों और महिलाओं के लिए अलग से टिकट काउंटर बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है. रेल मंडल की ओर से इसके लिए स्वीकृति भी मिल चुकी है. लेकिन अब तक काउंटर शुरू करने की दिशा में कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है. जल्द ही इस समस्या का समाधान कर लिया जाएगा.