सीतामढ़ी: कोरोना वायरस को लेकर लोग धीरे-धीरे जागरूक हो रहे हैं. अब भीड़ से लोग दूरी बनाने लगे हैं. जिसका ताजा उदाहरण जिले के मुस्लिम समुदाय में देखने को मिला. शुक्रवार के दिन मस्जिद पर हजारों लोग जुम्मे का नमाज अता करने के लिए पहुंचते थे, लेकिन इस शुक्रवार मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिद के बजाय घरों में कर रहे नमाज अता की.
सीतामढ़ी जिले में कोरोना वायरस के मद्देनजर देश के मुस्लिमों को विभिन्न मुस्लिम संगठनों ने मस्जिद के बजाय घर मे नमाज पढ़ने की अपील की है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना मोहम्मद वली रहमानी ने मुस्लिमों से अपने घरों मे नमाज अता करने को कहा है. साथ ही मरकजी दारूल इफता बरेली शरीफ ने भी कहा है कि जुमा की नमाज कुछ लोग ही मस्जिद में बाकी लोग अपने अपने घरों में पढ़ें. ऐसे कई मुस्लिम संगठन ने अपील की थी, जिसका असर सीतामढ़ी में देखने को मिला. लोगों ने घर में ही नमाज अता की है.
'कम से कम घरों से निकलें'
सीतामढ़ी के शहरी इलाके के साथ साथ ग्रामीण इलाकों में भी कुछ लोग ही जुमा की नमाज मस्जिद अता की. पांचों वक्त की नमाज घर मे अता करने की बात कही गई है. मदरसा रहमानिया मेहसौल के अध्यक्ष मो अरमान अली समाजसेवी मो कमर अख्तर ने संयुक्त रूप से बयान जारी कर कोरोना वायरस के वजह से जो स्थति बनी हुई है, उसके मद्देनज़र मुसलमानों से घर में ही नमाज पढ़ने की अपील की है. साथ ही उन्होंने आगे भी ऐसे ही जुमा की नमाज अता करने को कहा. लोगों से कम से कम घरों से निकलने की भी बात कही.