सीतामढ़ी : बिहार के सीतामढ़ी से तेलंगाना के लिए निकली 55 मजदूरों से भरी बस का लोकेशन नहीं मिलने के कारण मजदूरों के परिजनों ने मंगलवार को डुमरा थानाध्यक्ष नवलेश कुमार आजाद से संपर्क कर अपनी समस्या से अवगत कराया. इसके बाद थानाध्यक्ष की पहल के बाद बस का लोकेशन मिल गया. जिससे परिजनों को आक्रोश शांत हुआ.
48 घंटे बाद मिला बस का लोकेशन
मामला संज्ञान में आते ही डुमरा थाना अध्यक्ष नवलेश कुमार आजाद की पहल के बाद 48 घंटे बाद उनके परिजनों को बस का लोकेशन मिल गया. जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ और कर्नाटक के बॉर्डर पर लगातार हो रही बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण भोपाल पतनम नामक स्थान पर रुका हुआ है.
स्थानीय लोगों ने किया मदद
छत्तीसगढ़ के विजयवाड़ा में स्थानीय लोगों की मदद से सभी 55 मजदूरों को सरकारी विद्यालय में खाना खिलाया जा रहा है. मामले को लेकर थाना अध्यक्ष नवलेश कुमार आजाद ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस से संपर्क के बाद बस का लोकेशन प्राप्त हुआ. जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस की सहयोग से सभी मजदूरों को सरकारी विद्यालय में स्थानीय लोगों की मदद से खाना खिलाया जा रहा है. थानाध्यक्ष ने बताया कि सभी मजदूर सुरक्षित हैं. बाढ़ को लेकर आवागमन बाधित होने कारण सभी मजदूर वहीं पर रुके हैं.
13 अगस्त को तेलंगाना के लिए निकले थे मजदूर
लापता मजदूरों के परिजनों ने बताया कि 13 अगस्त की देर रात बस पर सवार होकर सभी 55 मजदूर तेलंगाना के लिए निकले थे. इसके बाद से लगातार मजदूरों का मोबाइल स्विच ऑफ होने के कारण उन्होंने बस मालिक से संपर्क किया. बस मालिक ने जब ड्राइवर और खलासी को फोन किया तो उनका भी मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था. जिसके बाद उन्होंने स्थानीय थाने में संपर्क किया थाना अध्यक्ष की पहल के बाद मजदूर से बात हो सके सकी.