सीतामढ़ी: कोरोना संक्रमण के डर से लोगों ने पहले ही चिकन खाना छोड़ दिया था. लॉकडाउन में तो इसकी बिक्री एकदम से कम हो गई. लिहाजा मुर्गी फार्म संचालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इस व्यवसाई से जुड़े लोग आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं.
'लोन लेकर शुरू किया था धंधा'
राय पाॅल्ट्री फार्म के संचालक उमेश राय ने बताया कि बैंक से कर्ज लेकर पाल्ट्री फार्म का व्यवसाय शुरू किया था. लग्न के मद्देनजर होने वाली संभावित बिक्री को देखते हुए एक हजार चुजा रखा था. जिसे दाना पानी देता रहा. लग्न का अच्छा खासा ऑर्डर भी मिला था. लेकिन इस कोरोना वायरस ने सब चौपट कर दिया.
बैंक के कर्ज की चिंता
उमेश राय ने बताया कि कोरोना वायरस की कड़ी को तोड़ने के लिए हुए लॉकडाउन से सैकड़ों लग्न कैंसिल हुए हैं. जिससे हमारा ऑर्डर भी कैंसिल हो गया. मुर्गे की बिक्री बिल्कुल नहीं हो ही है. लॉकडाउन में तो इसका दाना मिलना भी मुश्किल हो गया है. जिससे काफी मुर्गे मर गए. उन्होंने कहा कि मुझे दो लाख रुपये का नुकसान हुआ है. ऐसे में बैंक के लोन को लेकर तनाव में हूं.