सीतामढ़ी: कोविड-19 जैसी महामारी के समय जिले में जीविका दीदीयों का समूह इस महामारी से लोगों को बचाने के लिए मास्क का निर्माण कर रही है. इसमें उनका सहयोग जिला प्रशासन भी कर रहा है.
गांवों के पीएचसी पर पहुंचाया जा रहा मास्क
मास्को बनाने के बाद जीविका दीदियों की ओर से जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मास्कों को पहुंचाया जा रहा है. जिससे कोरोना महामारी से लोगों को बचाया जा सके और मास्क की कमी को पूरा किया जा सके.
मास्क बनाने में जिला प्रशासन कर रहा है सहयोग
मास्क निर्माण करने में जीविका दीदियों को जिला प्रशासन का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है. जिला प्रशासन की ओर से जीविका दीदियों को कपड़े उपलब्ध कराए जा रहे हैं. जिससे वह गुणवत्तापूर्ण मास्क का निर्माण कर रही हैं और देश सेवा में अपना योगदान दे रही हैं.
एक मास्क का पांच रुपये दे रहा है स्वास्थ्य विभाग
जीविका दीदी संगीता ने बताया कि एक मास्क की लागत 15 रुपये के करीब आती है. उसे 20 रुपये में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को दिया जा रहा है. जिस में जीविका दीदियों की ओर से प्रति मास्क मात्र 5 रुपये मेहनताना लिया जा रहा है. बीपीएम जीविका शुशील नारायण मिश्रा ने बताया कि जीविका दीदीयों के समूह से पूरे जिले में मास्क का निर्माण करवाया जा रहा है.
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कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक कर रही है जीविका दीदी
इसके अलावे कोरोनावायरस को लेकर गांव के लोगों को जीविका दीदी कोरोना के प्रति जागरूक भी करती है. जीविका दीदी प्रतिदिन 40 से 50 मास्क का निर्माण करती हैं. जीविका दीदियों के ग्रुप में 15 से 25 मेंबर होते हैं. मास्क बनाने के लिए कटाई और सिलाई प्रशिक्षित जीविका दीदी ही करती है. जीविका दीदी आज इस करोना कि लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है जो एक सामाजिक सेवा और महिला सशक्तिकरण की पहचान प्रस्तुत कर रही है.
आर्थिक सहायाता
बता दें कि सतत जिविको पार्जन योजना के तहत पूरे डुमरा प्रखंड में 326 लाभार्थियों को दो- दो हजार रुपये दिया जा रहे हैं. जिससे उन्हें खाने के लिए राशन की कमी ना हो.