सीतामढ़ी: आज पूरा देश कोरोना वायरस की चपेट में है. इससे बचने के लिए एहतियात ही एकमात्र विकल्प बताया जा रहा है. ऐसे में मास्क और सैनिटाइजर की डिमांड काफी बढ़ गई है. सैनिटाइजर की किल्लत को देखते हुए जिले के एकमात्र उद्योग रीगा शुगर मिल प्रबंधन ने अपने डिस्टलरी में सैनिटाइजर उत्पादन के प्रपोजल दिया है. इसके लिए उन्होंने पीएम और स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भी लिखा है. लेकिन, सरकार की ओर से उन्हें सैनिटाइजर उत्पादन के लिए लाइसेंस नहीं दिया जा रहा है.
शुगर मिल के महाप्रबंधक शशि गुप्ता ने बताया कि सैनिटाइजर उत्पादन के लिए डिस्टलरी के पास सभी रॉ मैटेरियल उपलब्ध हैं. लेकिन, लाइसेंस नहीं होने के कारण सैनिटाइजर का उत्पादन नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि लाइसेंस के लिए देश के प्रधानमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया. ऐसे में वे सारी सुविधाएं होने के बावजूद सैनिटाइजर का निर्माण नहीं कर पा रहे हैं.
अनुज्ञप्ति मिलते ही शुरू हो जाएगा काम
मिल के महाप्रबंधक शशि गुप्ता ने बताया कि अगर हमें अनुज्ञप्ति मिलती है तो रीगा शुगर मिल का डिस्टलरी प्रतिदिन 8,000 से 12,000 लीटर सैनिटाइजर का उत्पादन करेगा. वहीं, महज चार-पांच दिनों के अंदर उत्पादन दोगुना ज्यादा हो जाएगा. डिस्टलरी के पास आधुनिक लैब सभी आवश्यक उपकरण भी उपलब्ध हैं. सरकार की ओर से अनुज्ञप्ति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा.
यूपी सरकार के कार्यों का दिया हवाला
उत्तर प्रदेश की सरकार का हवाला देते हुए मिल के महाप्रबंधक शशि गुप्ता ने कहा कि इस वैश्विक आपदा को लेकर यूपी सरकार ने वहां की सभी डिस्टलरी को लाइसेंस जारी कर दिया है. उत्तर प्रदेश की डिस्टलरी में उत्पादन प्रारंभ हो चुका है. अनुज्ञप्ति के लिए इंडियन शुगर मिल एसोसिएशन ने भी सरकार को पत्र लिखा है. लाइसेंस मिल जाएगा तो बिहार के लोगों को सस्ती कीमतों पर सैनिटाइजर उपलब्ध हो जाएगा.