ETV Bharat / state

सीतामढ़ी: दुर्गा पूजा पर कोरोना का असर, श्रद्धालुओं और कारोबारियों में निराशा - सीतामढ़ी में कारोबारियों में निराशा दिखा

सीतामढ़ी में कोरोना के कारण दुर्गा पुजा को लेकर व्यापक स्तर पर असर पड़ा है. दुर्गा पूजा में सभी प्रकार के आयोजन पर प्रशासन ने रोक लगा दी है. इस बार श्रद्धालुओं और कारोबारियों में काफी निराशा देखी जा रही है.

Sitamarhi
प्रतिमा
author img

By

Published : Oct 23, 2020, 9:43 PM IST

सीतामढ़ी: कोरोना का दुर्गा पूजा के आयोजन पर बड़ा असर पड़ा है. इस बार आयोजन समिति की तरफ से पेंटिंग चित्र बनवाकर सादे में पूजा अर्चना की जा रही है. दुर्गा पूजा के अवसर पर पूजा पंडालों के समीप तरह-तरह की दुकानें और खेल मनोरंजन की व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है. जिसके कारण श्रद्धालुओं और कारोबारियों में काफी निराशा देखी जा रही है.

क्या कहते हैं जानकार?
जानकारों का कहना है कि कई आपदाओं के आने के बावजूद पूजा-पाठ और अनुष्ठान प्रभावित नहीं होता था,लेकिन पहली बार दुर्गा पूजा में देखने को मिल रहा है. कोरोना संक्रमण के कारण पूजा-पाठ और अनुष्ठान का आयोजन प्रभावित हो गया है.

सादगी में दुर्गा पूजा का आयोजन
जिले में प्रत्येक साल पूजा आयोजन समिति ने जगह-जगह भव्य पंडाल का निर्माण कर देवी-देवताओं की प्रतिमा की पूजा अर्चना की जाती थी. पंडालों में भव्य सजावट और ध्वनि विस्तारक यंत्र से मंत्रोच्चारण होता था. भक्त देवी देवताओं को चढ़ावा चढ़ाते थे, लेकिन इस बार दुर्गा पूजा का आयोजन बिल्कुल सादे में किया जा रहा है.

मां भगवती की पेंटिंग चित्र बनवाकर पूजा अर्चना
दुर्गा पूजा के अवसर पर पूजा पंडालों के समीप तरह-तरह की दुकानें और खेल मनोरंजन की व्यवस्था रहती थी, लेकिन इस बार सरकार के दिशा निर्देश के तहत प्रतिमा की बजाए पूजा आयोजन समिति ने मां भगवती की पेंटिंग चित्र बनवाकर सादे समारोह में पूजा अर्चना की जा रही है.

पशु मेला पर रोक
पंडित नागेंद्र मिश्र ने बताया कि जिस जगह पर मैं बरसों से पूजा अर्चना करता आ रहा हूं. यहां 100 सालों से अधिक समय से पूजा आयोजन समिति ने प्रत्येक साल पंडाल और मूर्ति का निर्माण कर पूजा-अर्चना की जाती थी. इस अवसर पर खेल, तमाशे और मेले का आयोजन होता था. साथ ही पशु मेला भी लगाए जाते थे, लेकिन इस बार कोरोना के कारण सभी तरह के आयोजनों पर रोक लगा दी गई है.

सीतामढ़ी: कोरोना का दुर्गा पूजा के आयोजन पर बड़ा असर पड़ा है. इस बार आयोजन समिति की तरफ से पेंटिंग चित्र बनवाकर सादे में पूजा अर्चना की जा रही है. दुर्गा पूजा के अवसर पर पूजा पंडालों के समीप तरह-तरह की दुकानें और खेल मनोरंजन की व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है. जिसके कारण श्रद्धालुओं और कारोबारियों में काफी निराशा देखी जा रही है.

क्या कहते हैं जानकार?
जानकारों का कहना है कि कई आपदाओं के आने के बावजूद पूजा-पाठ और अनुष्ठान प्रभावित नहीं होता था,लेकिन पहली बार दुर्गा पूजा में देखने को मिल रहा है. कोरोना संक्रमण के कारण पूजा-पाठ और अनुष्ठान का आयोजन प्रभावित हो गया है.

सादगी में दुर्गा पूजा का आयोजन
जिले में प्रत्येक साल पूजा आयोजन समिति ने जगह-जगह भव्य पंडाल का निर्माण कर देवी-देवताओं की प्रतिमा की पूजा अर्चना की जाती थी. पंडालों में भव्य सजावट और ध्वनि विस्तारक यंत्र से मंत्रोच्चारण होता था. भक्त देवी देवताओं को चढ़ावा चढ़ाते थे, लेकिन इस बार दुर्गा पूजा का आयोजन बिल्कुल सादे में किया जा रहा है.

मां भगवती की पेंटिंग चित्र बनवाकर पूजा अर्चना
दुर्गा पूजा के अवसर पर पूजा पंडालों के समीप तरह-तरह की दुकानें और खेल मनोरंजन की व्यवस्था रहती थी, लेकिन इस बार सरकार के दिशा निर्देश के तहत प्रतिमा की बजाए पूजा आयोजन समिति ने मां भगवती की पेंटिंग चित्र बनवाकर सादे समारोह में पूजा अर्चना की जा रही है.

पशु मेला पर रोक
पंडित नागेंद्र मिश्र ने बताया कि जिस जगह पर मैं बरसों से पूजा अर्चना करता आ रहा हूं. यहां 100 सालों से अधिक समय से पूजा आयोजन समिति ने प्रत्येक साल पंडाल और मूर्ति का निर्माण कर पूजा-अर्चना की जाती थी. इस अवसर पर खेल, तमाशे और मेले का आयोजन होता था. साथ ही पशु मेला भी लगाए जाते थे, लेकिन इस बार कोरोना के कारण सभी तरह के आयोजनों पर रोक लगा दी गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.