सीतामढ़ी: बाढ़ (Flood) ने न सिर्फ इंसानों को पलायन के लिए मजबूर किया है बल्कि जंगली जानवरों को भी उनके घर से बेदखल कर दिया है. जंगल में पानी भरने के चलते अब जानवर गांव की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे पहले से ही बाढ़ की विपदा झेल रहे गांव के लोगों की परेशानी बढ़ गई है.
यह भी पढ़ें- Tiger Attack: बगहा में घात लगाए बाघ ने युवक को मार डाला
घर से निकलने में डर रहे हैं लोग
एक ऐसे ही मामले में सीतामढ़ी (Sitamarhi) जिले के बैरगनिया के दर्जनों गांव के लोग जंगली हाथी के आने के चलते दहशत में हैं. हाथी गांव-गांव घूम रहा है. उसके डर से लोग घर से बाहर निकलने से डर रहे हैं. जंगली हाथी ने अभी तक किसी को जानमाल की क्षति नहीं पहुंचाई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार हाथी नेपाल के जंगल से आया है. जंगल में बाढ़ का पानी भर जाने के चलते वह बिहार की ओर चला आया.
शिवहर की ओर बढ़ गया हाथी
हाथी ने बैरगनिया होते हुए भारतीय सीमा में प्रवेश किया और जोकीहाट गांव से होते हुए शिवहर की ओर बढ़ गया है. हाथी को पकड़ने के लिए वन विभाग को सूचना दी गई है. हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग द्वारा हाथी पकड़ने का प्रयास नहीं किया जा रहा. अंचलाधिकारी ने कहा कि हाथी को पकड़ने के लिए वन विभाग को सूचना दी गई है.
हाथी देखते ही शोर मचा रहे हैं लोग
गांव में जंगली हाथी को देख लोग शोर मचा रहे हैं ताकि वह भाग जाए. जोकीहाट गांव से जब हाथी गुजरा तब छत पर खड़े लोगों ने शोर मचाया. गांव के कुछ युवक मोबाइल से हाथी का वीडियो बना रहे थे. उस समय गांव के चार-पांच लोग सड़क पर मौजूद थे. हाथी आने की आवाज सुन सभी दौड़कर भागे.
सीतामढ़ी में भयावह होती जा रही बाढ़ की स्थिति
गौरतलब है कि सीतामढ़ी जिले के साथ ही नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से नदियों के जलस्तर में उछाल जारी है. जिले में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है. बाढ़ का पानी नए इलाकों में प्रवेश कर रहा है. बागमती के साथ ही अधवारा समूह की नदियों में आई उफान से कई सड़कों के डायवर्सन बह गए हैं. लोगों को 10 से 15 किलोमीटर अधिक दूरी तय कर जिला मुख्यालय पहुंचना पर रहा है.
यह भी पढ़ें- Muzaffarpur Flood: उफान पर लखनदेई नदी, जान जोखिम में डालकर सड़क पार कर रहे लोग