सीतामढ़ी: कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार के दिशा-निर्देश के आलोक में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा. इस टीकाकरण की सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की ओर से सभी तरह की तैयारियां की जा रही है. बुधवार को कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से जिले के 5 प्रखंडों के सरकारी अस्पताल में पूर्वाभ्यास किया गया. जिससे कि टीकाकरण के दौरान किसी तरह की समस्या ना हो.
वैक्सीनेशन के लिए बनाया गया 8 सेंटर
जानकारी के मुताबिक 16 जनवरी से शुरू होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के लिए जिले में 8 सेंटर बनाया गया है. जहां पहले फेज में 16, 17 और 18 जनवरी को जिले के 1400 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा. इस दौरान हर दिन 100 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का बताना है कि हर व्यक्ति को दो टीका लगाया जाएगा और हर डोज 5 एमएल का होगा. दोनों डोज के बीच 28 दिनों का अंतराल होगा.
'टीका लेने वाले स्वास्थ्य कर्मी हो या आम नागरिक पहले उसका वेरिफिकेशन होगा. इस दौरान टीका लगवाने वाले व्यक्ति को अपना पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा. पहचान पत्र में आधार कार्ड मान्य नहीं होगा. इसके बाद लाभार्थी को प्रतीक्षालय में बिठाया जाएगा. फिर उसे वैक्सीनेशन रुम में ले जाया जाएगा फिर वैक्सीनेशन रुम से निकलने के बाद आधे घंटे तक उसे ऑब्जर्वेशन कक्ष में रखा जाएगा. उसके बाद ही अस्पताल से जाने की इजाजत दी जाएगी. वहीं, टीका लगने के 45 दिनों बाद लाभार्थी के शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़नी शुरू हो जाएगी'.- डॉ. सुरेंद्र कुमार चौधरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
वैक्सीनेशन को लेकर पूर्वाभ्यास
बुधवार को जिले के बेलसंड, रुनीसैदपुर, बाजपट्टी, पुपरी और बोखरा प्रखंड के सरकारी अस्पताल में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर पूर्वाभ्यास किया गया. इसके अलावा जिला मुख्यालय के नंदी पत मेमोरियल हॉस्पिटल में भी पूर्वाभ्यास कराया गया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि 16 जनवरी से शुरू होने वाला कोरोना वैक्सीनेशन के प्रथम फेज में जिले के 1400 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा. इसके बाद दूसरे फेज में पुलिस, पत्रकार और अन्य सरकारी कर्मियों को टीके लगाए जाएंगे. तीसरे फेज में आम नागरिकों को टीका लगाने का काम शुरू होगा.