सीतामढ़ी: कोरोना वायरस से बचने के लिए लगे लॉकडाउन को लेकर जिला प्रशासन लगातार लोगों को जागरूक कर रहा है. शनिवार को डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने अपील जारी करते हुए कहा है कि सभी के सहयोग से कोरोना महामारी संकट का डटकर मुकाबला किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस बीमारी की गंभीरता को देखते हुए वर्तमान में हमें ज्यादा ही सचेत रहने की आवश्यकता है और इसका सबसे अच्छा उपाय है कि हम सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखें.
अब तक 51 लोगों की कोरोना जांच
डीएम ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आपके आस-पास किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस के लक्षण दिखें तो स्वयं आगे आकर जिला नियंत्रण कक्ष या टॉल फ्री नंबर 104 पर जानकारी दें. डीएम ने कहा कि ऐसा करके आप खुद और परिवार को संक्रमित होने से बचा सकते हैं. डीएम ने कहा कि जिले में चार और कोरोना रिपोर्ट प्राप्त हुई हैं, सभी नेगेटिव हैं. इस प्रकार अभी तक कुल 51 रिपोर्ट भेजी गई हैं जो सभी नेगेटिव प्राप्त पाई गई हैं.
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जिले में 15 आइसोलेशन सेंटर
डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने कहा कि शनिवार को 5 संदिग्ध लोगों की जांच सैंपल भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट एक-दो दिनों में आ जाएगी. दूसरी तरफ डीएम के निर्देश पर ही वरीय पदाधिकारी महेश कुमार दास ने अपने एक बयान में बताया है कि सीतामढ़ी जिले में कोविड-19 को लेकर मुकम्मल तैयारियां की गई है. राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर क्वॉरेंटाइन सेंटर की स्थापना की गई है. इसके साथ ही साथ क्वॉरेंटाइन सेंटर सह आइसोलेशन सेंटर भी 15 जगह स्थापित किए गए हैं.
46 क्वॉरेंटाइन सेंटर स्थापित
पदाधिकारी ने बताया कि प्रखंड स्तर पर जो क्वॉरेंटाइन सेंटर बने हैं उसकी कुल संख्या 46 है, जिसमें लोगों को रखने की क्षमता 3420 है. वैसे व्यक्ति जिनमें कोरोना के संक्रमित होने के लक्षण या सर्दी, खांसी, बुखार भी पाए जाते हैं तो उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जाना है. वहां से सैंपल लेके उसकी जांच करानी है और जो भी पॉजिटिव पाए जाते हैं उनको क्वॉरेंटाइन सेंटर सह आइसोलेशन सेंटर में रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके अलावा जिसमें कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं और चिकित्सीय दृष्टिकोण से गंभीर पाए जाते हैं तो उन्हें एनएमसीएच पटना रेफर किया जाना है ताकि प्रभावित व्यक्ति की जीवन रक्षा की जा सके. इसके लिए पांच टीम का गठन किया गया है. इसमें स्पेशल ट्रेंड मेडिकल स्टाफ है.