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सीतामढ़ी: बाढ़ का जायजा लेने पहुंचे अधिकारी, डूबे मकानों को खाली करने के दिए निर्देश

सीतामढ़ी में बाढ़ का अवलोकन करने डीआईजी और प्रमंडलीय आयुक्त पहुंचे. इस दौरान पानी मे डूबे मकानों क अविलंब खाली करने का निर्देश दिया गया.

बाढ़ का जायजा लेने पहुंजे डीएम और आयुक्त
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Published : Jul 19, 2019, 8:53 AM IST

Updated : Jul 19, 2019, 9:13 AM IST

सीतामढ़ी: जिले के डीआईजी रवीन्द्र कुमार और प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल बाढ़ का जायजा लेने सीतामढ़ी पहुंचे. इस दौरान डीएम और एसपी सहित कई अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत कार्यों की समीक्षा की गई. बैठक में बाढ़ मृतकों के परिजनों को राहत राशि अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया.

अधिकारियों ने बाढ़ का लिया जायजा
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के16 प्रखंड के 179 पंचायतों में करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. बैठक खत्म होने के बाद डीएम आयुक्त, डीआईजी और जिले के सभी बड़े अधिकारियों के साथ लखनदेई नदी पहुंचे. वहां उन्होंने मोटर बोट से बाढ़ का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने पाया कि अभी भी बहुत से घर पानी में डूबे हैं जो कभी भी धाराशायी हो सकते हैं.

जानकारी देते डीएम

'राहत और बचाव कार्य में तेजी जरूरी'
जिले में चल रहे राहत कार्य को संतोषजनक बताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इसमें और तेजी लाने की आवश्यकता है. बिहार में सबसे अधिक लोग सीतामढ़ी में प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के उपरांत कई प्रकार की बीमारियां फैलने की संभावना होती है. इसकी रोकथाम के लिए कई दिशा-निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने राहत कार्य में जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और आम जनता से सहयोग की अपील की.

डूबे मकानों को अविलंब खाली कराने के निर्देश
डीएम ने कहा कि जिले में धारा 144 लागू है. पानी में डूबे मकानों को अविलंब खाली कराने का निर्देश दिया गया है. खाली नहीं करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि दो दिन पूर्व नदी के किनारे बने तीन मंजिला मकान पानी के तेज बहाव में विलीन हो गया था. भ्रमण के दौरान डीएम ने ध्वस्त पड़े घर को देखा. इसके बाद आयुक्त और डीआईजी ने जिलाधिकारी और एसपी को निर्देश दिया कि पानी मे डूबे मकानों को अविलंब खाली कराया जाए.

सीतामढ़ी: जिले के डीआईजी रवीन्द्र कुमार और प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल बाढ़ का जायजा लेने सीतामढ़ी पहुंचे. इस दौरान डीएम और एसपी सहित कई अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत कार्यों की समीक्षा की गई. बैठक में बाढ़ मृतकों के परिजनों को राहत राशि अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया.

अधिकारियों ने बाढ़ का लिया जायजा
जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के16 प्रखंड के 179 पंचायतों में करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. बैठक खत्म होने के बाद डीएम आयुक्त, डीआईजी और जिले के सभी बड़े अधिकारियों के साथ लखनदेई नदी पहुंचे. वहां उन्होंने मोटर बोट से बाढ़ का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने पाया कि अभी भी बहुत से घर पानी में डूबे हैं जो कभी भी धाराशायी हो सकते हैं.

जानकारी देते डीएम

'राहत और बचाव कार्य में तेजी जरूरी'
जिले में चल रहे राहत कार्य को संतोषजनक बताते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि इसमें और तेजी लाने की आवश्यकता है. बिहार में सबसे अधिक लोग सीतामढ़ी में प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के उपरांत कई प्रकार की बीमारियां फैलने की संभावना होती है. इसकी रोकथाम के लिए कई दिशा-निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने राहत कार्य में जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और आम जनता से सहयोग की अपील की.

डूबे मकानों को अविलंब खाली कराने के निर्देश
डीएम ने कहा कि जिले में धारा 144 लागू है. पानी में डूबे मकानों को अविलंब खाली कराने का निर्देश दिया गया है. खाली नहीं करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि दो दिन पूर्व नदी के किनारे बने तीन मंजिला मकान पानी के तेज बहाव में विलीन हो गया था. भ्रमण के दौरान डीएम ने ध्वस्त पड़े घर को देखा. इसके बाद आयुक्त और डीआईजी ने जिलाधिकारी और एसपी को निर्देश दिया कि पानी मे डूबे मकानों को अविलंब खाली कराया जाए.

Intro:सीतामढ़ी, आज बाढ़ का हाल देखने पहुंचे प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल एवं डीआईजी रविंद्र कुमार। उक्त दोनों अधिकारियों ने सीतामढ़ी के सभागार में डीएम एसपी सहित कई अधिकारियों के साथ बाद राहत कार्यों की समीक्षा की। जिले में चल रहे राहत कार्य को संतोष जनक बताते हुए कहा कि इसमें और तेजी लाने की आवश्यकता है उन्होंने कहा कि बिहार में सबसे अधिक लोग सीतामढ़ी में प्रभावित हुए हैं उन्होंने कहा कि बाढ़ के उपरांत कई प्रकार की बीमारियां फैलने की संभावना होती है। जिसके मद्देनजर इसके रोकथाम के प्रयास करने का निर्देश दिया के साथ उन्होंने इस कार्य में पूरी पारदर्शिता के साथ राहत कार्य चलाने के साथ ही नहीं इसमें जनप्रतिनिधियों समाजसेवियों आदि को भी सहयोग लेने की अपील की।


Body: बैठक में बाढ़ मृतकों के परिजनों को राहत राशि अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में 16 प्रखंड के 179 पंचायतो में करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए है। बैठक के समाप्ति के बाद आयुक्त डीआईजी के साथ जिले के सभी बड़ी अधिकारियों के साथ उन्होंने शहर स्थित लखनदेई नदी में मोटर वोट से अवलोकन करने निकले। भ्रमण के दौरान उन्होंने पाया कि अभी भी बहुत से घर पानी में डूबे हैं जो कभी भी धारा शाही हो सकता है।
बताते दी कि अभी दो दिन पूर्व नदी के किनारे बने तीन मंजिला मकान पानी के तेज बहाव में विलीन हो गया था।भर्मण के ध्वस्त पड़े घर को देखा । के बाद आयुक्त नर्म देश्वर लाल और डीआइजी रविन्द्र कुमार ने संयुक्त रूप से जिला अधिकारी और एसपी को निर्देश दिया कि पानी मे डूबे मकानों को अभिलंब खाली खराबे। जो कभी बड़े हादसे होने की परवल संभावना है। वही उन्होंने पानी के साथ खिलवाल कर रहे युवको और वचचो पानी मे जाने रोकने का पहल करे।
इधर ज़िला अधिकारी ने कहा कि ज़िले में 144 लागू है। और पानी मे डूबे मकानों के अभिलंब खाली करने निर्देश दिया गयाहै। खाली नही करने वालो पर कड़ी कराबाई की जाएगी।
बाईट, डॉ रसनजीत कुमार सिंह ( डीएम।)



Conclusion:
Last Updated : Jul 19, 2019, 9:13 AM IST
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