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जब सीतामढ़ी की DM अभिलाषा ने उठाई हंसिया... देखने के लिए जमा हो गई भीड़

डीएम अभिलाषा कुमारी ने फसल कटनी प्रयोग के प्रत्येक बिंदुओं पर फसल की जानकारी प्राप्त की. उन्होंने कहा कि सरकार के जरिए कृषि के लिए चलाई जा रही योजनाओं का किसानों को भरपूर लाभ उठाना चाहिए.

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डीएम अभिलाषा कुमारी
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Published : Nov 28, 2019, 12:57 PM IST

सीतामढ़ीः रसलपुर पंचायत में फसल कटनी प्रयोग की जानकारी लेने गई डीएम अभिलाषा कुमारी ने खेत में हंसिया थाम कर अगहनी धान की कटाई की. उनकी इस सकारात्मक अनोखी पहल को देखने के लिए वहां लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान डीएम ने रसलपुर पंचायत वाजितपुर धर्मकांटा गांव में फसल कटनी प्रयोग के हर बिंदुओं पर जानकारी ली.

डीएम ने की फसल की गुणवत्ता की जांच
दरअसल फसल कटनी प्रयोग के आंकड़ो की शुद्धता, पारदर्शिता और गुणवत्ता की जांच के लिए जिला और प्रखंड के विभिन्न स्तर के पदाधिकारी फसल कटनी प्रयोग का निरीक्षण करते हैं. इसी के तहत फसल कटनी प्रयोग के प्रत्येक बिंदुओं पर जिलाधिकारी ने फसल की जानकारी प्राप्त की.

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डीएम और मौके पर मौजूद आधिकारी व अन्य

अधिसूचित फसल है अगहनी धान
गौरतलब हो की बिहार राज्य फसल सहायता योजना अंतर्गत अगहनी धान एक अधिसूचित फसल है. इस योजना के अंतर्गत जिला के सभी प्रखंड के प्रत्येक पंचायत में पांच-पांच प्रयोग सम्पादित किया जाता है. फसल कटनी प्रयोग 10×5 मीटर भूखण्ड में किया जाता है. खेसरा और भूखंड का निर्धारण वैज्ञानिक पद्धति के आधार पर यादृच्छिक प्रणाली के जरिए किया जाता है.

ये भी पढ़ेंः 'जवाब देने के लिए तैयार है सरकार लेकिन विपक्ष नहीं चाहता कि सदन चले'

उत्पादकता के आधार पर होती है क्षतिपूर्ति
सीतामढ़ी जिला में कुल 250 पंचायत में 1250 प्रयोग सम्पादित किया जाना है. फसल कटनी प्रयोग की उपयोगिता फसल उत्पादकता ज्ञात करने के साथ ही किसान की क्षतिपूर्ति का संधारण करना भी है. फसल कटनी प्रयोग से ज्ञात उत्पादकता के आधार पर ही सहकारिता विभाग किसानों को फसल की क्षतिपूर्ति करती है.

19.520किलो धान हुआ प्राप्त
अगहनी धान फसल कटनी प्रयोग के बाद धान फसल के हरे दाने का वजन 19.520किलो प्राप्त हुआ. जिसके आधार पर उक्त फसल का प्रति हेक्टेयर 39.00 क्विंटल उपज होने का अनुमान लगाया गया. जो पिछले साल किसान द्वारा बताए गए उत्पादकता दर के अनुरूप सामान्य से अच्छा है.

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जानकारी देती डीएम

'आधुनिक पद्धति के आधार पर खेती की जाय'
इस संबंध में डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने बताया कि किसान के जरिए खेती में आ रही कठिनाइयों के संबंध में भी जानकारी ली और कई निर्देश भी दिए. ताकि आधुनिक पद्धति के आधार पर खेती की जाय. उन्होंने कहा कि सरकार द्वार कृषि के लिए चलाई जा रही योजनाओं का किसानों को भरपूर लाभ उठाना चाहिए. जिसके लिए हमें हर संभव उनकी मदद करनी होगी.

सीतामढ़ीः रसलपुर पंचायत में फसल कटनी प्रयोग की जानकारी लेने गई डीएम अभिलाषा कुमारी ने खेत में हंसिया थाम कर अगहनी धान की कटाई की. उनकी इस सकारात्मक अनोखी पहल को देखने के लिए वहां लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस दौरान डीएम ने रसलपुर पंचायत वाजितपुर धर्मकांटा गांव में फसल कटनी प्रयोग के हर बिंदुओं पर जानकारी ली.

डीएम ने की फसल की गुणवत्ता की जांच
दरअसल फसल कटनी प्रयोग के आंकड़ो की शुद्धता, पारदर्शिता और गुणवत्ता की जांच के लिए जिला और प्रखंड के विभिन्न स्तर के पदाधिकारी फसल कटनी प्रयोग का निरीक्षण करते हैं. इसी के तहत फसल कटनी प्रयोग के प्रत्येक बिंदुओं पर जिलाधिकारी ने फसल की जानकारी प्राप्त की.

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डीएम और मौके पर मौजूद आधिकारी व अन्य

अधिसूचित फसल है अगहनी धान
गौरतलब हो की बिहार राज्य फसल सहायता योजना अंतर्गत अगहनी धान एक अधिसूचित फसल है. इस योजना के अंतर्गत जिला के सभी प्रखंड के प्रत्येक पंचायत में पांच-पांच प्रयोग सम्पादित किया जाता है. फसल कटनी प्रयोग 10×5 मीटर भूखण्ड में किया जाता है. खेसरा और भूखंड का निर्धारण वैज्ञानिक पद्धति के आधार पर यादृच्छिक प्रणाली के जरिए किया जाता है.

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उत्पादकता के आधार पर होती है क्षतिपूर्ति
सीतामढ़ी जिला में कुल 250 पंचायत में 1250 प्रयोग सम्पादित किया जाना है. फसल कटनी प्रयोग की उपयोगिता फसल उत्पादकता ज्ञात करने के साथ ही किसान की क्षतिपूर्ति का संधारण करना भी है. फसल कटनी प्रयोग से ज्ञात उत्पादकता के आधार पर ही सहकारिता विभाग किसानों को फसल की क्षतिपूर्ति करती है.

19.520किलो धान हुआ प्राप्त
अगहनी धान फसल कटनी प्रयोग के बाद धान फसल के हरे दाने का वजन 19.520किलो प्राप्त हुआ. जिसके आधार पर उक्त फसल का प्रति हेक्टेयर 39.00 क्विंटल उपज होने का अनुमान लगाया गया. जो पिछले साल किसान द्वारा बताए गए उत्पादकता दर के अनुरूप सामान्य से अच्छा है.

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जानकारी देती डीएम

'आधुनिक पद्धति के आधार पर खेती की जाय'
इस संबंध में डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने बताया कि किसान के जरिए खेती में आ रही कठिनाइयों के संबंध में भी जानकारी ली और कई निर्देश भी दिए. ताकि आधुनिक पद्धति के आधार पर खेती की जाय. उन्होंने कहा कि सरकार द्वार कृषि के लिए चलाई जा रही योजनाओं का किसानों को भरपूर लाभ उठाना चाहिए. जिसके लिए हमें हर संभव उनकी मदद करनी होगी.

Intro:सीतामढ़ी -.जिला पदाधिकारी  अभिलाषा कुमारी ने थामी हंसिया और की अगहनी धान की कटाई। उनकी इस सकारात्मक अनोखी पहल को देखने को लेकर लोगो भीड़ उमड़ पड़ी।   यह अनोखी पहल  डुमरा प्रखंड के रसलपुर पंचायत के वाजितपुर धर्मकांटा ग्राम के निवासी किसान अरुण कुमार सिंह के खेसरा क्रमांक 1011 में अगहनी धान फसल कटनी प्रयोग मोबाइल एप्प के माध्यम से सम्पादित किया गया। Body:गौरतलब हो की बिहार राज्य फसल सहायता योजना अंतर्गत अगहनी धान एक अधिसूचित फसल हैं। इस योजना अंतर्गत जिला के सभी प्रखंड के प्रत्येक पंचायत में पाँच पाँच प्रयोग सम्पादित किया जाता हैं।फसल कटनी प्रयोग 10×5 मीटर भूखण्ड में किया जाता है।खेसरा एवम भूखंड का निर्धारण वैज्ञानिक पद्धति के आधार पर यादृच्छिक प्रणाली द्वारा की जाती है। सीतामढ़ी जिला अंतर्गत कुल 250 पंचायत में 1250 प्रयोग सम्पादित किया जाना हैं। फसल कटनी प्रयोग की उपयोगिता फसल उत्पादकता ज्ञात करने के साथ ही किसान की क्षतिपूर्ति का संधारण करना भी हैं। फसल कटनी प्रयोग द्वारा ज्ञात उत्पादकता के आधार पर सहकारिता विभाग द्वारा किसानों को फसल क्षति दी जाती हैं। फसल कटनी प्रयोग के आंकड़ो की शुद्धता ,पारदर्शिता एवम गुणवत्ता के लिए जिला एवम प्रखंड के विभिन्न स्तर के पदाधिकारियों द्वारा फसल कटनी प्रयोग का निरीक्षण किया जाता हैं।            फसल कटनी प्रयोग के प्रत्येक बिंदुओं पर जिला पदाधिकारी द्वारा जानकारी प्राप्त की गयी।फसल कटनी के उपरांत धान फसल का हरा दाना का वजन 19.520kg प्राप्त हुआ।जिसके आधार पर उक्त फसल का प्रति हेक्टेयर 39.00 क्विंटल उपज होने का अनुमान लगाया गया।जो गत वर्ष किसान द्वारा बताए गए उत्पादकता दर के अनुरूप सामान्य से अच्छा हैं। Conclusion:इस अनोखी पहल पर डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने बताया  की किसान द्वारा खेती में आ रही कठिनाइयों के संबंध में भी जानकारी  जिला पदाधिकारी द्वारा ली गयी ,साथ ही डीएम ने यह निदेश भी दिया  कि आधुनिक पद्धति के आधार पर खेती की जाय।उन्होंने कहा कि सरकार द्वार कृषि के लिए चलाई जा रही योजनाओ का किसान द्वारा भरपूर लाभ उठाया जाना चाहिए। जिला पदाधिकारी द्वारा जैविक कृषि पर  भी बल दिया गया।   

      बाइट, अभिलाषा शर्मा , जिलाधिकारी, .सीतामढ़ी  
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