सीतामढ़ी: जिले के परसौनी प्रखंड कार्यालय का अपना भवन नहीं होने के कारण अंचल कार्यालय पुराने क्षतिग्रस्त भवन के एक कमरे में संचालित हो रहा है. इस कारण कार्यालय के कर्मियों और काम के लिए आने वाले प्रखंड वासियों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस भवन को देखने से पता चलता है कि यहां कार्यालय के साथ-साथ सरकारी सरकारी सिस्टम जर्जर हो चुका है.
यह अंचल कार्यालय 25 वर्षों से महिला सिलाई प्रशिक्षण भवन के एक जर्जर कमरे में संचालित हो रहा है. इसलिए बारिश के दिनों में छत से पानी रिसाव होने के कारण कार्यालय में रखे कागजात भी नष्ट हो रहे हैं. वहीं, अंचला अधिकारी का कक्ष भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है, जो कभी भी बड़े हादसे का गवाह बन सकता है.
शौचालय और पेयजल की व्यवस्था नहीं
क्षतिग्रस्त भवन में कार्यालय संचालित होने के कारण कर्मियों में भय व्याप्त है. कर्मियों का बताना है कि मुख्य सड़क किनारे बने इस कार्यालय में परिसर भी नहीं है. साथ ही शौचालय और पेयजल की व्यवस्था नहीं होने के कारण कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. लेकिन इसका समाधान नहीं किया जा रहा है. जगह के अभाव में यहां से आरटीपीएस काउंटर भी संचालित नहीं किया जा रहा. इस कारण जरूरतमंदों को समय पर सरकारी कागजात उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.
मूलभूत संसाधनों का घोर अभाव
यही हाल प्रखंड कार्यालय का भी है, जो अंचल कार्यालय के समीप बने एक भवन के दो कमरे में संचालित हो रहा है. इस प्रखंड कार्यालय में भी परिसर और मूलभूत संसाधनों का घोर अभाव है. प्रखंड कार्यालय कर्मियों और स्थानीय लोगों का कहना है कि 25 वर्षो से प्रखंड कार्यालय दो कमरे में जैसे तैसे संचालित हो रहा है. इस कारण सरकारी कर्मियों के साथ-साथ कागजी काम के लिए कार्यालय आने वाले स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
अधर में लटका निर्माण कार्य
कर्मियों और स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रखंड कार्यालय के भवन निर्माण के लिए पेट्रोल पंप के समीप किसानों से लीज पर जमीन लेकर चिन्हित कर लिया गया था. लेकिन जमीन के मुआवजे को लेकर किसान और जिला प्रशासन के बीच सहमति नहीं बन पाई. इस कारण प्रखंड कार्यालय के निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है. स्थानीय जनप्रतिनिधि ने कहा कि किसान वर्तमान दर से मुआवजे की मांग कर रहे हैं. लेकिन सरकार उससे काफी कम पैसा देना चाहती है. इस कारण किसान अपनी भूमि देने से परहेज कर रहे हैं. इसी दांवपेच के बीच प्रखंड कार्यालय के निर्माण का काम अधर में लटका हुआ है और इसका खामियाजा कर्मियों और स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है.