सीतामढ़ीः जिले का बेलसंड नगर पंचायत स्वच्छता और साफ-सफाई के क्षेत्र में अलख जगा रहा है. इस नगर पंचायत का गठन 1985 में हुआ था. जिसके बाद से अब तक यहां स्वच्छता और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है. स्वच्छता और साफ सफाई के लिए इस नगर पंचायत को बिहार में प्रथम स्थान प्राप्त है.
बेलसंड नगर पंचायत को पहला स्थान प्राप्त
जून 2020 से पहले नगर पंचायत क्षेत्र में साफ-सफाई का काम दैनिक मजदूरों के माध्यम से कराई जाती थी. लेकिन विगत 2 माह से साफ सफाई का काम अब आउटसोर्सिंग के माध्यम से कराई जा रही है. नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी शिव नाथ ठाकुर ने बताया कि साफ सफाई और स्वच्छता के लिए इस नगर पंचायत की अपनी अलग पहचान है और उसे बरकरार रखने के लिए निरंतर प्रयास जारी है.
साफ-सफाई का रखा जाता है विशेष ध्यान
वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर नगर पंचायत के चेयरमैन रणधीर कुमार ने बताया कि नगर पंचायत क्षेत्र की वर्तमान आबादी करीब 35000 है. इस नगर पंचायत क्षेत्र में 13 वार्ड है. जहां मेरी उपस्थिति में प्रतिदिन नियमित रूप से झाड़ू लगाने, सुखा और गिला कचरे का उठाव, नाले की सफाई, ब्लीचिंग और चूने का छिड़काव और फॉगिंग का काम कराया जाता है. साथ ही ई रिक्शा के माध्यम से डोर टू डोर कचरे का उठाव कराया जाता है.
नगर पंचायत को 80 लाख का दिया गया है इनाम
इस नगर पंचायत को वित्तीय वर्ष 2017-18 में स्वच्छता और ओडीएफ के लिए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की ओर से एक करोड़ रुपए की राशि इनाम स्वरूप दिया गया था. इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2018-19 में नगर एवं आवास विभाग मंत्री की ओर से बिहार का पहला आदर्श नगर पंचायत के लिए 80 लाख की राशि इनाम के रूप में प्रदान की गयी थी.
बेलसंड पंचायत को 2 बार किया गया है पुरस्कृत
जदयू के जिला अध्यक्ष सह विधायक प्रतिनिधि राणा रणधीर सिंह चौहान ने बताया कि बेलसंड नगर पंचायत दिन प्रतिदिन स्वच्छता और साफ-सफाई के क्षेत्र में कृतिमान लिख रहा है. इसलिए इस नगर पंचायत को अब तक राज्य सरकार की ओर से दो बार पुरस्कृत किया जा चुका है. नगर पंचायत के सभी 13 वार्डों में स्वच्छता और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है. जो समाज और राष्ट्र के लिए शुभ संकेत है. इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है.
आधुनिक उपकरणों की जल्द होगी खरीदी
नगर पंचायत के चेयरमैन रणधीर कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान से प्रभावित होकर मैंने इस अभियान को मिशन के रूप में चलाने का संकल्प लिया है. इसके लिए सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है. वहीं ई-रिक्शा, कुदाल, झाड़ू, बेलचा, ट्रॉली, ट्रैक्टर, ग्लब्स, यूनिफार्म और मास्क का उपयोग स्वच्छता और साफ-सफाई के लिए किया जाता है. इस अभियान को और ज्यादा गति देने के लिए आधुनिक उपकरणों की खरीद जल्द की जाएगी, ताकि एक स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सके.