सीतामढ़ी: मेजरगंज थाना क्षेत्र के डुमरी कला गांव के वीर जवान सुशील कुमार सिंह गुरुवार को श्रीनगर के अनंतनाग में आतंकवादी से लोहा लेने के दौरान शहीद हो गए. उनकी शहादत की सूचना पहले पोस्ट ऑफिस के माध्यम से दी गई. इसके बाद वरीय अधिकारियों ने मोबाइल के जरिए सुशील के पिता नवीन कुमार सिंह को घटना की सूचना दी. सेना के वरीय अधिकारी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि सुशील आतंकियों से लोहा लेते लेते शहीद हुए हैं. अब उनका पार्थिव शरीर शनिवार को उनके गांव डुमरी कला भेजा जाएगा.
20 मई 2019 को सुशील की हुई थी शादी
सुशील 6 फरवरी को अपनी छुट्टी खत्म कर वापस श्रीनगर लौटे थे. इसी दौरान 27 फरवरी को आतंकी मुठभेड़ में वह शहीद हो गए. सुशील की शादी 20 मई 2019 को दरभंगा जिले की कुमारी सोनी सिंह से हुई थी. वीर जवान की शहादत की सूचना मिलने के बाद सुशील के घर पर स्थानीय अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के आने का सिलसिला जारी है. सभी उनके पार्थिव शरीर के पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं.
'गांव में सुशील के नाम से बनना चाहिए भव्य स्मारक'
ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों का बताना है कि सुशील अपनी वीरता का परिचय देते हुए शहीद हुए हैं. इसीलिए डुमरी कला गांव में सुशील का भव्य स्मारक बनना चाहिए. वहीं, शहादत की सूचना मिलने के बाद से पत्नी कुमारी सोनी सिंह का रो-रो कर बुरा हाल है. सुशील की माता पुनीता देवी का भी अपने पुत्र की शहादत को लेकर सदमे में है.