शेखपुरा: सदर अस्पताल में जरुरी सामग्री उपलब्ध नहीं रहने के कारण डॉक्टरों की ओर से मरीजों का इलाज नहीं किया जा रहा है. जिसके कारण अब तक इलाज के अभाव में कई मरीजों की मौत हो चुकी है. लेकिन अब तक अस्पताल प्रबंधक की ओर से इस दिशा में कोई पहल नहीं किया जा रहा है. ताजा मामला रविवार को देखने मिला है. जहां लोजपा के जिलाध्यक्ष और प्रत्याशी इमाम गजाली की चाची की तबियत बिगड़ने पर उन्हें सदर अस्पताल लाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने अस्पताल में ग्लव्स नहीं रहने के कारण उनका जांच करने से इंकार कर दिया. जिससे उनकी मौत हो गई. ऐसे में मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया.
कोरोना के कारण बिना ग्लव्स नहीं किया इलाज
वहीं, इस बाबत डयूटी पर तैनात डॉ. शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि जिले में लगातार कोरोना संक्रमण का कहर जारी है. जिसको लेकर डॉक्टरों को भी संक्रमण का भय रहता है. सदर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में पर्याप्त मात्रा में ग्लव्स और सैनेटाइजर की व्यवस्था नहीं की गई है. रविवार को ग्लव्स नहीं रहने के कारण इलाज कराने आये मरीज का इलाज नहीं किया गया. उन्होंने बताया कि बिना ग्लव्स और सैनेटाइजर का प्रयोग नहीं करने से संक्रमण का खतरा बना रहता है.
डॉक्टर पर की जाएगी कार्रवाई
लोजपा के जिलाध्यक्ष सह प्रत्याशी इमाम गजाली ने कहा कि डॉक्टरों की इस तरह की हरकत चिंता का विषय है. यदि अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है तो उसके लिए मरीज जिम्मेदार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अगर समय पर डॉक्टर उनके चाची की जांच करते तो उनकी जान बचाई जा सकती थी. मरीज को नहीं छूकर ऐसे डॉक्टर मानवता को शर्मसार कर रहे है. लोजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि इस मामले को लेकर उक्त डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधक पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
सदर अस्पताल में नहीं है कोई व्यवस्था
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. बीरेंद्र कुमार ने कहा कि अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में पर्याप्त मात्रा में ग्लब्स और सैनेटाइजर की व्यवस्था रहती है. लेकिन सदर अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं रहने के कारण रविवार को डॉक्टर को ग्लब्स नहीं उपलब्ध नहीं कराया जा सका. जिसके कारण अस्पताल आये मरीज का इलाज नहीं किया गया. वहीं, सिविल सर्जन डॉ. वीर कुंवर सिंह ने कहा कि वह जिले के बाहर हैं इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है और अगर ऐसा हुआ है तो मामले की जांच कराई जाएगी.