शेखपुरा: जिले के बरबीघा और मिशन चौक से लेकर हटिया मोड़ तक कराए जा रहे एनएच-82 के निर्माण पर रामपुर सिंडाय गांव के ग्रामीणों ने कड़ा विरोध जताया है. एनएचएआई के कर्मियों ने बरबीघा थाना और मिशन थाना की पुलिस की मदद से रोड का निर्माण कराना चाहा. लेकिन उन्हें ग्रामीणों के काफी विरोध का सामना करना पड़ा. इसके बाद काम को तत्काल रोक दिया गया.
ग्रामीणों का दावा है कि सड़क में गई जमीन उन लोगों की रैयती जमीन है. जिसका आज तक मुआवजा नहीं मिला है. मुआवजा मिलने के बाद ही सड़क का निर्माण होने दिया जाएगा.
बरबीघा में एनएच-82 के निर्माण पर ग्रामीणों का विरोध
ग्रामीण हीरालाल सिंह, अजय सिंह, पुलूर सिंह ने बताया कि उनके पूर्वजों की जमीन को पूर्ववर्ती सरकार ने बिना किसी मुआवजे के ही अधिग्रहण कर लिया था. अधिग्रहण से संबंधित सरकार के पास किसी प्रकार का कोई कागज नहीं है. जबकि किसानों के पास जमीन के रैयती होने का पुख्ता प्रमाण है. जिसको लेकर किसानों की ओऱ से हाईकोर्ट में तथा शेखपुरा जिला के एडीएम न्यायालय में भी याचिका दायर की गयी है.
सरकारी कर्मियों और ग्रामीणों के बीच नोकझोंक
पिछले एक साल से न्यायालय में मामला लंबित होने के बावजूद एनएचएआई के कर्मियों की ओर से पुलिस बल तैनात करके जबरन सड़क का निर्माण कराया जा रहा था. जिस कारण सरकारी कर्मियों और ग्रामीणों के बीच काफी नोकझोंक हुई.
किसानों का 5 सदस्यीय कमेटी का गठन
वहीं, घटना की सूचना पाकर सहायक अनुमंडल पदाधिकारी राजीव कुमार पहुंचे और मामले को शांत कराया. राजीव कुमार ने बताया कि किसानों का 5 सदस्यीय कमेटी का गठन करके इस मामले को जिलाधिकारी इनायत खान के पास रखा जाएगा. जल्द ही इस संबंध में कोई ठोस फैसला लिया जाएगा. वहीं किसानों का कहना है कि जिले के पूर्व जिलाधिकारी से लेकर कई वरीय पदाधिकारी को इस स्थिति से अवगत कराया जा चुका है. लेकिन आज तक कोई नतीजा नहीं निकला. मजबूरन उन्हें हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा.